Covid-19: कोरोना काल में भारत ने पूरी दुनिया में मिसाल कायम की है. भारत ने इस दौरान कुछ ऐसा किया कि कई देश उसे मदद के मसीहा के रूप में भी देख रहे हैं.
दरअसल, भारत ने कोरोना संकट के दौरान 150 देशों को मदद पहुंचाई.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार (10 मार्च) को बताया कि भारत ने कोविड संकट के दौरान कीमतों में वृद्धि किए बिना और दवाओं की गुणवत्ता से समझौता किए बिना 150 देशों को दवाएं भेजीं. शुक्रवार को दिल्ली में स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी आकलन पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के उद्घाटन के दौरान उन्होंने ये बात कहीं.
भारत दुनिया की 65% वैक्सीन आवश्यकता को करता है पूरा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘कोविड संकट के दौरान भारत ने 150 से अधिक देशों को टीके, चिकित्सा उपकरण और दवाओं की पेशकश की. भारत ने इसके अलावा कई और तरह से भी दूसरे देशों की मदद की. मंडाविया ने कहा कि भारत दुनिया की 65% वैक्सीन आवश्यकता को पूरा करता है.
सबसे सस्ती दवा उपलब्ध कराते हैं हम
उन्होंने कहा, “आज दुनिया में अगर कोई ऐसा देश है जो सस्ती दवाएं उपलब्ध करा रहा है तो वह भारत है.” वहीं, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने आगे कहा कि भारत ने दुनिया भर के विभिन्न देशों को COVID-19 मेड-इन-इंडिया टीकों की आपूर्ति करने के लिए “वैक्सीन मैत्री” की एक विशेष पहल की. इस पहल के तहत, दिसंबर 2022 के पहले सप्ताह तक, भारत ने 101 देशों और संयुक्त राष्ट्र की दो संस्थाओं को COVID-19 की 282 मिलियन से अधिक वैक्सीन खुराक की आपूर्ति की है.
वायरस के प्रसार रोकने के लिए भी कई प्रयास किए
“भारत में COVID महामारी के प्रकोप के बाद से, हमने ‘संपूर्ण सरकार’ और ‘संपूर्ण समाज दृष्टिकोण’ का पालन किया. हमने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई उपाय किए, जीवन रक्षक स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता में प्रमुख अंतराल को संबोधित किया. शिक्षा और रोजगार जैसे क्षेत्रों में आजीविका को बढ़ावा देने और सामान्य स्थिति बहाल करने का काम किया.