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‘तुम्हारे परनाना को भी RSS को परेड में बुलाना पड़ा था..’, मुस्लिम ब्रदरहुड से तुलना कर घिरे राहुल गांधी !

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लंदन: ब्रिटेन दौरे पर राहुल गांधी लगातार भारत सरकार पर तीखे प्रहार कर रहे हैं। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में भारत सरकार पर निशाना साधने के बाद अब राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर संगीन इल्जाम लगाए हैं।

उन्होंने RSS की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से कर दी। राहुल गांधी ने कहा कि RSS कट्टरवादी और फांसीवादी संगठन है। अब भाजपा ने राहुल गांधी को तीखा जवाब देते हुए कहा है कि राहुल गांधी के परनाना और पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू भी RSS को पसंद नहीं करते थे, मगर संगठन की देशभक्ति के कारण मजबूर होकर उन्हें भी गणतंत्र दिवस की परेड में संघ को आमंत्रित करना पड़ा था।

भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि राहुल गांधी ने अमेरिका और यूरोप से भारत में दखल देने की मांग की है। इससे बड़ी गैर जिम्मेदारी की बात और क्या हो सकती है ? राहुल गांधी ने RSS के बारे में काफी कुछ बोला है। मैंने सदन में कहा था कि क्या राहुल गांधी RSS का पूरा भी नाम जानते हैं। उसके संस्थापक का नाम जानते हैं? आपने (राहुल ने) RSS की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से की। इससे अधिक घटिया बात कोई हो सकती है ? RSS एक राष्ट्रवादी संगठन है। हमें गर्व है कि हम संघ सेवक हैं। इसने 1925 से देश की सेवा की है और आज संघ से प्रभावित हजारों लोग देश में शासन चला रहे हैं। प्रसाद ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, RSS की आलोचना आपके परनाना जी नेहरू जी भी किया करते थे। अभी आप 2024 (लोकसभा चुनाव) में और सिमटने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि, हमारा सीधा आरोप है कि राहुल गांधी अराजक तत्वों, माओवादियों की गिरफ्त में हैं। राहुल गांधी ने कोरोना में RSS का काम देखा है कभी, कभी वनवासी मित्रों के लिए किया गया संघ का काम देखा है? कभी समाजिक समरसता के काम को देखा है? लाल बहादुर शास्त्री ने भी RSS का सम्मान किया था। 1962 के बाद नेहरू जी को भी संघ को राजपथ पर आमंत्रित करना पड़ा था। प्रसाद ने सवाल पुछा कि, राहुल गांधी को विदेशी जमीन पर चीन से प्यार क्यों हो जाता है? वह चीन को सद्भावना का प्रमाणपत्र दे रहे हैं और सवाल हमसे पूछ रहे हैं। राहुल गांधी को अपने परिवार से पूछना चाहिए कि जब उनके परनाना जी (नेहरू) PM थे, तो क्या हुआ था ? भारत के जवानों की पिटाई हुई थी। वे कपड़े के जूते में दुश्मन से लड़ते थे। आपकी सरकार का स्टैंड था कि आपके रक्षा मंत्री एंटनी ने कहा था कि हम बॉर्डर पर इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत करके चीन को नाराज़ नहीं करना चाहते। आज देखिए सेना का मूवमेंट कितना सुलभ हो गया है।

भाजपा प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि, चीन को लेकर उनकी हर बात की हम निंदा करते हैं। राहुल गांधी विदेश की धरती पर भारत का तिरस्कार करना बंद करें। एक बात विनम्रता से कहता हूं कि विदेश में सबको बोलने का हक़ है। लेकिन, ब्रिटिश संसद का इस्तेमाल भारत के अपमान के लिए हो रहा है। वहां के संसद सदस्यों को भी सवाल पूछना चाहिए। पीएम मोदी आज विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।

क्या है मुस्लिम ब्रदरहुड:-

मुस्लिम ब्रदरहुड मिस्र का सबसे पुराना और सबसे बड़ा इस्लामी संगठन है, जिसका मुख्य मकसद देश का शासन इस्लामी कानून यानी शरिया के आधार पर चलाना है. कई देशों में इसे आतंकवादी संगठन घोषित किया जा चुका है। आतंकी संगठन अल कायदा का पूर्व सरगना और 9/11 अमेरिकी हमले का मास्‍टरमाइंड ओसामा बिन लादेन भी पहले मुस्लिम ब्रदरहुड का ही सदस्‍य था. बहरीन, मिस्र, रूस, सऊदी अरब, सीरिया और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसे मुस्लिम देश भी मुस्‍ल‍िम ब्रदरहुड को आतंकी संगठन मानते हैं। मुस्लिम ब्रदरहुड की कोई भी शाखा किसी दूसरे धर्म या समुदाय से संबंधित नहीं है, उसके सभी सदस्य और सभी शाखाएं मुस्लिम ही हैं।

मुस्लिम ब्रदरहुड और RSS में क्या समानता ?

वहीं, दूसरी ओर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) आज विश्व के लगभग 80 से अधिक देशों में कार्यरत है, संघ के तक़रीबन 50 से ज्यादा संगठन राष्ट्रीय ओर अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त है। इसके साथ ही मुस्लिम ब्रदरहुड से विपरीत RSS की मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, राष्ट्रीय सिख सांगत जैसे अन्य संगठन भी हैं, जिसके जरिए RSS ने अन्य धर्म के राष्ट्रवादी लोगों को भी जोड़ रखा है। साथ ही RSS देशभर में सरस्वती शिशु मंदिर नाम से 30 हज़ार से अधिक विधालय भी चलता है और बाढ़-तूफ़ान जैसी प्राकृतिक आपदाओं के समय इसके स्वयंसेवक, लोगों की मदद करने का काम भी करते हैं। किसी भी देश द्वारा RSS को आतंकी संगठन घोषित नहीं किया गया है ।