एक बार फिर महाराष्ट्र के नासिक जिले की धरती भूकंप से कांप गई है. नासिक के सुरगाना में भूकंप का केंद्र पाया गया है.
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.6 नापी गई है. भूकंप की वजह से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. लेकिन भूकंप की वजह से हुए कंपन से लोगों में दहशत का माहौल है. देर रात भूकंप के ये झटके महसूस किए जाने की जानकारी मिली है. पिछले महीने भी इसी तरह नासिक में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
पिछले महीने जब नासिक में भूकंप के झटके महसूस किए गए तब रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई थी. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Center for Seismology) द्वारा दी गई जानकारियों के मुताबिक नासिक के पश्चिम में 89 किलोमीटर के अंतर पर सुबह 4 बज कर 40 मिनट के करीब यह भूकंप आया था और यह 5 किमी की गहराई में था. इसी बीच एक बार फिर नासिक में भूकंप के झटके महसूस किए जाने की वजह से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है.
भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से चिंता की बात नहीं
इस भूकंप से जानमाल की हानि नहीं हुई है. लेकिन एक महीने में दूसरी बार भूकंप के झटके आने से भय का माहौल है. भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से कोई खास चिंता की वजह नहीं है.
कम तीव्रता के भूकंप, लेकिन बार-बार आ रहे, यही चिंता की बात
नासिक में पिछले महीने भी भूकंप आने के अलावा लातूर जिले में भी 19 नवंबर को भूकंप आया था. भूकंप के झटके लातूर जिले के किल्लारी और उससे सटे अन्य गांवों में महसूस किए गए थे. यहां रात 2 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.4 दर्ज की गई. इसकी तीव्रता 10 किलोमीटर की गहराई पर था. भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ. यानी भले ही कम तीव्रता के भूकंप आ रहे हैं लेकिन चिंता की बात यह कि बार-बार और लगातार आ रहे हैं.
साल 1993 में लातूर में आया भूकंप भयंकर था. इस भूकंप में किल्लारी और पास के कुछ और गांव और पास के ओस्मानाबाद जिले से जुड़े इलाके इससे बुरी तरह प्रभावित हुए. इसमें हजारों लोगों की जानें गईं.