उत्तर प्रदेश की सियासत में गेम चेंजर रहने वाली मायावती और उनकी पार्टी बसपा भी कुछ खास सक्रिय नहीं और भाजपा आजम खान को मुस्लिम वोटरों को साधने अपने साथ बुलाएगी ऐसा भी संभव होता नहीं दिखता क्यों कि फिर तो भाजपा सवालो के घेरे में होगी ऐसे में आजम के पास क्या विकल्प है।