Ukraine russia war: यूक्रेन का कहना है कि यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे पर हमला करने के बाद रूस अब नरसंहार की तैयारी कर रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दुनिया के सामने रूस का चेहरा एक बार फिर बेनकाब किया है।
यूक्रेन के एक टॉप सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि कीव को घुटनों पर लाने के लिए रूस हर तरह के हथकंडे अपना रहा है।
दरअसल, यूक्रेन की धरती पर लोग इस वक्त कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे हैं। इस बीच रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को नेस्तनाबूत करने के बाद कीव पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। कीव को आत्मसमर्पण करवाने के लिए यह रूस का बड़ा हथकंडा है। ऊर्जा ढांचे के बर्बाद होने के बाद यूक्रेनी बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं।
नरसंहार के आरोपों पर रूस का इनकार
रूसी सैनिकों के लगातार हमलों के बाद पूरे यूक्रेन में लाखों लोग ठंड के मौसम में बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं। उधर, रूस इस तरह के कृत्य से इनकार कर रहा है। वहीं, यूक्रेन में बिजली से कटे घरों को फिर से जोड़ने का प्रयास जारी है। अधिकारियों का कहना है कि इस महीने की शुरुआत में यूक्रेनी सैनिकों द्वारा शहर पर फिर से कब्जा करने के बाद खेरसॉन को अब पूरी तरह से आपूर्ति कर दी गई है। लेकिन राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के अनुसार, 14 क्षेत्रों और राजधानी कीव में लोग अभी भी अत्यधिक बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं।
बीबीसी से बातचीत में यूक्रेन के अभियोजक-जनरल एंड्री कोस्टिन ने कहा कि ऊर्जा ग्रिड पर हमलों के साथ-साथ 11,000 यूक्रेनी बच्चों को जबरन रूस भेज दिया गया है। कोस्टिन ने कहा कि रूस द्वारा 24 फरवरी को पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू करने के बाद से उनका कार्यालय 49,000 से अधिक युद्ध अपराधों और आक्रामकता के अपराधों की रिपोर्ट की जांच कर रहा है।
इस महीने की शुरुआत से खेरसॉन में 32 आम नागरिकों की हत्या
इस बीच, यूक्रेनी पुलिस ने कहा है कि इस महीने की शुरुआत में रूसी सैनिकों के दक्षिणी शहर से चले जाने के बाद से खेरसॉन में हुए हमलों में 32 नागरिक मारे जा चुके हैं।