अंडर ट्रायल रीव्यू कमेटी अध्यक्ष तथा जिला एवं सत्र न्यायाधीश बालोद डॉ. प्रज्ञा पचैरी तथा अंडर ट्रायल रीव्यू कमेटी के सदस्य कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती श्यामबती मरावी, एडिशनल एसपी श्री हरीश राठौर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सुमन सिंह आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला जेल बालोद में प्रत्येक तीन माह में आयोजित की जाने वाली यूटीआरसी कमेटी की जेल समीक्षा एवं विधिक जागरूकता शिविर में शामिल हुए। इस अवसर पर यूटीआरसी कमेटी की अध्यक्ष डॉ. प्रज्ञा पचैरी ने कैदियों को बंदीगृह में रहते हुए अपनी बूरी आदतों का त्याग करने को कहा। उन्होंने कहा कि बंदीगृह एक सुधार गृह होता है। इसलिए जेल से रिहा होने के बाद कोई भी बंदी दुबारा ऐसा कोई कृत्य न करें, जिससे उन्हें दोबारा जेल आना पड़े। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने जेल बंदियों को बुरी आदतों का त्यागकर एक जिम्मेदार नागरिक बनने की समझाईश दी। इस अवसर पर उन्होंने जेल बंदियों को उनके समस्याओं के निराकरण हेतु उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
इस दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, कलेक्टर एवं अधिकारियों ने जिला जेल के विभिन्न कक्षों का अवलोकन कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर यूटीआरसी कमेटी ने कैदियों से राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) के स्टैण्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर में दिए दिशा निर्देश के अनुसार जिला जेल की समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों ने जेल के प्रत्येक बैरकों का निरीक्षण कर कैदियों की समस्या को सुना और उनके समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया।