बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए तनाव को भूलकर स्वस्थ जीवनशैली अपनाने हेतु लोगों को जागरूक करने के लिए 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाएगा। इससे पहले जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य जनजागरुकता सप्ताह भी शुरू किया गया है जो 11 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। इस दौरान लोगों को मानसिक अस्वस्थता के कारण, लक्षण तथा इससे बचाव हेतु उपायों की जानकारी दी जाएगी।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस-2022 के आयोजन के संबंध में संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ द्वारा पत्र जारी कर सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। दिशा-निर्देशों के अनुसार इस वर्ष विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम “Make Mental Health And Well-Being For All A Global Priority” (मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को सभी के लिए एक वैश्विक प्राथमिकता बनाएं) निर्धारित की गई है। इस थीम पर जोर देते हुए विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के प्रति जनजागरुकता के लिए जिले में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इन गतिविधियों में 10 वर्ष से अधिक आयु के स्कूली बच्चों, महिलाओं, किशोर व बुजुर्गों के लिए अलग-अलग जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे। शिविर के माध्यम से मनोरोगियों की पहचान एवं उपचार किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जेल में भी मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाएगा, साथ ही गांवों में चौपाल, मानसिक स्वास्थ्य विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, आईईसी के अंतर्गत पॉम्पलेट, बैनर, पोस्टर, जागरूकता कार्ड का वितरण, सामुदायिक बैठक, रेडियो जिंगल्स, माईकिंग, वॉल पेंटिंग व स्थानीय सिनेमा घरों में प्रसारण आदि गतिविधियां की जाएंगी।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जेपी मेश्राम ने बतायाः “मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता में रखकर स्वास्थ्य जनजागरुकता सप्ताह के अंतर्गत जिले के अस्पतालों में स्क्रीनिंग की जा रही है। इस दौरान 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाएगा। वहीं “Break The Stigma And Myth-Mental Well Being For All” (सभी के लिए कलंक और मिथक-मानसिक कल्याण को तोड़ो) विषय पर हैशटैग कैंपेन भी चलाया जा रहा है। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे व्हॉट्सएप, ट्विटर व फेसबुक आदि के माध्यम से संबंधित गतिविधियों को साझा कर जागरुकता कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
चैंपियनों को किया जाएगा सम्मानित
“चैंपियन’ इन लाइफ” कैंपेन के अंतर्गत ऐसे मानसिक मरीजों को चिन्हित किया जाएगा जो उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं, ऐसे चैंपियनों एवं उनके परिवार वालों के विचार साझा करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त “चैंपियन’ इन लाइफ” कैंपेन में भाग लेने वाले मरीज जो स्वस्थ हो चुके हैं उनको राज्य स्तर से प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया जाएगा। उपरोक्त सभी गतिविधियां कोविड -19 से बचाव हेतु जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए आयोजित की जाएंगी।
मानसिक स्वास्थ्य को ऐसे समझिए
किसी भी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य का संबंध उसकी भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक स्थिति से जुड़ा होता है। मानसिक स्वास्थ्य से व्यक्ति के सोचने, समझने, महसूस करने और कार्य करने की क्षमता प्रभावित होती है। इसका असर व्यक्ति के तनाव को संभालने और जीवन से जुड़े जरूरी विकल्प के चयन पर भी पड़ सकता है। मानसिक स्वास्थ्य जीवन के प्रत्येक चरण अर्थात बचपन, किशोरावस्था, वयस्कता और बुढ़ापे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने के लक्षणः• खाने या सोने की आदतों में बदलाव
• पसंदीदा लोगों और गतिविधियों से दूरी बनाना
• ऊर्जा हीन या लो एनर्जी का एहसास होना
• सुन्न महसूस करना जैसे कि कुछ भी मायने नहीं रखता है
• असहाय या निराश महसूस करना
• धूम्रपान, शराब पीना और ड्रग्स का अधिक उपयोग करना
• भ्रमित होना, चीजों को भूलना और गुस्सा आना
• परेशान, चिंतित या डरा हुआ महसूस करना