नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने (DGCA) ने सोमवार को स्पाइस जेट मामले की जांच शुरू कर दी है. उड्डयन क्षेत्र के अलग-अलग विशेषज्ञों वाली जांच टीम गठित की गई है. यह सभी जरूरी पहलुओं से घटना की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट देगी.
डीजीसीए प्रमुख अरुण कुमार ने इसकी पुष्टि की है. उधर, स्पाइसजेट (SpiceJet) के प्रवक्ता ने भी सोमवार को बयान जारी किया. इसमें कहा, ‘एक मई को मुंबई से दुर्गापुर जाने वाली स्पाइसजेट की उड़ान एसजी-945 को उतरने के दौरान गंभीर वायुमंडलीय विक्षोभ का सामना करना पड़ा था. इसके परिणामस्वरूप कुछ यात्रियों को चोटें आई थीं. विमान में यात्रा करने वाले 11 यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. इनमें से 8 लोगों को छुट्टी दे दी गई है. कंपनी अन्य घायलों की हरसंभव मदद कर रही है. स्पाइसजेट इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए खेद व्यक्त करती है.’
याद दिला दें कि मुंबई से दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल पहुंचा स्पाइस जेट (SpiceJet) का यात्री विमान हवाईअड्डे पर उतरते समय रविवार को तूफान में फंस गया था. इससे भीतर रखा सामान यात्रियों पर आ गिरा. इस घटना में 15 लोग घायल हो गए थे. इनमें चालक दल के 3 सदस्य भी शामिल हैं. हालांकि बाद में विमान को सुरक्षित हवाई अड्डे पर उतार लिया गया था.
बैसाखी के दौर में ऐसी मौसमी घटनाएं आम हैं
बताते चलें कि अप्रैल और मई के महीनों में पूर्वी भारत में बादल गरजने के साथ ही बिजली गिरने और तेज हवा चलने जैसी घटनाएं आम तौर पर होती रहती हैं. इस दौर को ‘बैसाखी’ कहते हैं. इसका असर झारखंड, बिहार, पश्चिम-बंगाल और ओडिशा में अधिकांशत: दिखाई देता है.