रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. इस बीच ब्रिटेन ने रूस को उन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के निर्यात पर रोक लगा दी है, जिनका इस्तेमाल बातचीत इंटरसेप्ट करने और यूक्रेनियों की जासूसी करने में किया जा सकता है. डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड ने ये भी घोषणा की है कि यूके यूक्रेन से आयात किए जाने वाले उत्पादों से टैरिफ़ हटाएगा. ब्रिटेन ने ये निर्णय यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के उस निवेदन पर लिया है, जिसमें उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को संभालने में मदद का आग्रह किया था.
ब्रिटेन ने ये टैरिफ़ फिलहाल 12 महीने के लिए हटाए हैं, लेकिन इसे बाद में बढ़ाया भी जा सकता है. ब्रिटेन इससे पहले रूस को एविएशन और स्पेस से जुड़े उपकरण, ऑयल रिफ़ाइनिंग आइटम और क्वॉन्टम कम्प्यूटिंग जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी के निर्यात पर भी रोक लगा चुका है.
ब्रिटिश कमांडोज की यूक्रेन में हुई एंट्री?
रशियन मीडिया में रिपोर्ट हैं कि ब्रिटेन ने अपनी SAS यूनिट के खतरनाक कमांडोज को यूक्रेन में रूस के खिलाफ लड़ने के लिए तैनात कर दिया है. वे यूक्रेनी सेना की वर्दी पहनकर रूसी सेना के खिलाफ अभियानों को अंजाम दे रहे हैं.
डेली स्टार पोर्टल के मुताबिक रूस ने ब्रिटिश कमांडोज के जंग में उतरने की चर्चाओं की जांच कराने का आदेश दिया है. साथ ही खुले तौर पर ब्रिटेन को चेतावनी दी है कि अगर उसके कमांडोज छदमवेश में रूसी सेना के खिलाफ लड़ते पाए जाते हैं तो पकड़े जाने पर वह उनका सफाया कर सकता है.