रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) युद्ध से उपजे खाद्य संकट के समाधान के लिए भारत आगे बढ़कर काम कर रहा है. रूस और यूक्रेन दुनिया में गेहूं के निर्यात के मामले में अग्रणी देश हैं लेकिन दोनों के बीच युद्ध ने वैसे देशों के सामने चुनौती पैदा कर दी है जो उनसे गेहूं खरीदते हैं. ऐसे में उन सभी देशों को भारत में संभावनाएं दिख रही हैं.
9 देशों में अपना दल भेजेगा एपीडा
अफ्रीकी देश मिश्र की ओर से भारत के गेहूं को अपने यहां आयात की मंजूरी दिए जाने के बाद अब भारत ने दूसरे देशों में भी गेहूं निर्यात करने की संभावनाएं तलाशनी शुरू कर दी है. इस सिलसिले में वाणिज्य मंत्रालय के तहत काम करने वाली संस्था, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) जल्दी ही 9 देशों में अपना एक व्यापार प्रतिनिधिमंडल भेजने जा रहा है ताकि इन देशों में भारत की ओर से गेहूं निर्यात करने की संभावनाओं का पता लगाया जा सके. इन देशों में मोरक्को, ट्यूनीशिया, इंडोनेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड, वियतनाम, टर्की, अल्जीरिया और लेबनान शामिल हैं.