श-दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ टीकाकरण (Corona Vaccination) का अभियान बड़े स्तर पर चल रहा है. इसके तहत 12 से 14 साल तक के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाई जा रही है. इस बीच मध्य प्रदेश के सतना (Satna) में 12 बच्चे कोरोना संक्रमण की वैक्सीन लगवाने के बाद अचानक बीमार पड़ गए. अफसरों का कहना है कि ये सभी बच्चे कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद डर की वजह से बीमार हुए. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत बाद में सामान्य हुई है.
अफसरों का कहना है कि अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद बच्चों की हालत में सुधार हुआ है. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. सतना के चीफ मेडिकल एंड हेल्थ ऑफिसर अशोक अवधीय ने कहा, ‘बच्चों को वैक्सीन दी जा रही थी, लेकिन वैक्सीन लगवाने के बाद वे सभी डर के कारण बीमार हो गए. सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अब उन सभी की तबीयत में सुधार है. इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.’
इस महीने की शुरुआत में ही भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान को बढ़ाते हुए 12 से 14 साल तक के बच्चों को भी वैक्सीन लगाए जाने की शुरुआत की गई है. इस आयु वर्ग के बच्चों को हैदराबाद की बायोलॉजिकल ई कंपनी की ओर से विकसित कोर्बेवैक्स वैक्सीन लगाई जा रही है.
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को कहा कि अब तक 12-14 आयुवर्ग के एक करोड़ से अधिक बच्चों को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है. इस आयु वर्ग के लाभार्थियों का टीकाकरण 16 मार्च को शुरू हुआ था. इन्हें कॉर्बेवैक्स टीका लगाया जा रहा है, जिसकी दो खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जानी होती हैं.
देश में पिछले साल एक मार्च तक 12 और 13 साल के बच्चों की संख्या 4.7 करोड़ थी. मंडाविया ने ट्वीट किया, ’12-14 आयु वर्ग के एक करोड़ से अधिक बच्चे कोविड वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके हैं. टीका लगवाने वाले मेरे सभी युवा योद्धाओं को बधाई. इस गति को जारी रखें!’