देश में पहली हाइड्रोजन कार (hydrogen car) बुधवार को राजधानी दिल्ली पहुंची. सड़क परिवहन मंत्री (Road Transport Minister) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने हाइड्रोजन आधारित आधुनिक फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (FCEV) के पायलट प्रोजेक्ट को लांच किया. यह कार एक बार टैंक भराने के बाद 650 किमी. तक दौड़ेगी. हाइड्रोजन कार लग्जरी वाहनों में शामिल होगी. पायलट प्रोजेक्ट के लांचिंग के अवसर पर नितिन गडकरी के साथ केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, महेन्द्रनाथ पांडेय,आरके सिंह के अलावा टोयोटा के अधिकारी मौजूद थे.
यह कार कम खर्चे में चलाई जा सकेगी. उन्होंने कहा कि भविष्य में जब अपने देश में हाईड्रोजन स्टेशन स्थापित हो जाएंगे तो एक रुपये में दो किमी. तक चलाई जा सकेगी. उन्होंने बताया कि एक किग्रा. हाइड्रोजन की कीमत करीब एक डालर होने की संभावना है. इस तरह करीब 70 रुपये में 120 किमी. दूरी तय की जा सकेगी. उन्होंने बताया कि हाइड्रोजन कार का पायलट टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) के साथ मिलकर दुनिया के सबसे उन्नत FCEV टोयोटा मिराई के अध्ययन और आकलन के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है, जो भारतीय सड़कों और जलवायु परिस्थितियों में हाइड्रोजन से चल सकेगी. इसका नाम टोयोटा मिराई है.
यह देश में अपनी तरह की पहला प्रोजेक्ट होगा, जिसका उद्देश्य हाइड्रोजन, एफसीईवी तकनीक के बारे में जागरूकता फैलाना और भारत में हाइड्रोजन आधारित सोसायटी की सहायता के लिए इसके लाभों का प्रसार करना है.प्रोजेक्ट लांच किया गया है, अब इस दिशा में तेजी से काम होगा. एक किग्रा. हाइड्रोजन में 120 किमी. दौड़ेगी. इसका टैंक 6.2 किग्रा. का है. इस तरह एक बार टैंक भराने के बाद कार करीब साढ़े 650 किमी. तक दौड़ सकती है.