एयर इंडिया (Air India) को बेचने के बाद सरकार उसकी सब्सिडियरी कंपनी अलायंस एयर (Alliance Air) को बेचने की तैयारी में जुट गुई है. सरकार अलायंस एयर की बिक्री प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रही है और इसके लिए रुचि पत्र यानी ईओआई (Expression of Interest) अगले वित्त वर्ष में निकाला जाएगा.
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे पास एयर इंडिया की सब्सिडियरीज की बिक्री के लिए मंत्रिमंडल की मंजूरी पहले से है. हम ग्राउंड हैंडलिंग इकाई की बिक्री के लिए ईओआई अगले वित्त वर्ष में निकालेंगे.”
फिलहाल एयर इंडिया की चार सब्सिडियरी….एयर इंडिया एयर ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लि. (एआईएटीएसएल), एयरलाइन अलायड सर्विसेज लि. (एएएसएल) या अलायंस एयर, एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लि. (एआईईएसएल) और होटल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. (एचसीआई) विशेष इकाई एयर इंडिया एसेट्स होल्डिंग लि. (एआईएएचएल) के पास है. इस इकाई का गठन 2019 में कर्ज के बोझ से दबी एयर इंडिया की गैर-प्रमुख संपत्तियों को रखने के लिए किया गया था.
टाटा ग्रुप को बेचा गया है एयर इंडिया
उल्लेखनीय है कि सरकार ने एयर इंडिया का स्वामित्व पिछले महीने टाटा ग्रुप को हस्तांतरित कर दिया है. अधिकारी ने बताया कि अभी यह तय किया जाना है कि इन सब्सिडियरीज के निजीकरण के लिए एयर इंडिया विशेष वैकल्पिक व्यवस्था यानी एआईएसएएम (Air India Special Alternative Mechanism- AISAM) का इस्तेमाल किया जाए या केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश की वैकल्पिक व्यवस्था को प्रयोग में लाया जाए.
गृह मंत्री हैं AISAM के प्रमुख
एआईएसएएम के प्रमुख गृह मंत्री हैं. इसमें वित्त मंत्री, वाणिज्य मंत्री और नागर विमानन मंत्री शामिल हैं. वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के विनिवेश की वैकल्पिक व्यवस्था में सड़क परिवहन और राजामार्ग मंत्री, वित्त मंत्री और वाणिज्य और उद्योग मंत्री शामिल हैं.