प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी गणतंत्र दिवस (Republic Day) के अपने संबोधन में जनता को आभा (आरोग्य भारत स्वास्थ्य खाता) बनाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के तहत भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार डिजिटल स्वास्थ्य खातों को इस उम्मीद के साथ ABHA नाम देने की योजना बना रही है कि ऐसा करने से आम लोग इससे और अधिक जुड़ाव महसूस करेंगे. दरअसल, आयुष्मान भारत एक ऐसी योजना है जो भारतीयों को डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाने और उन तक पहुंचने में उन्हें सक्षम बनाएगी.
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत प्रत्येक भारतीय को 14 अंकों की एक स्वास्थ्य पहचान (आईडी) संख्या मिलेगी, जिससे प्रत्येक भारतीय के लिए एक व्यक्तिगत स्वास्थ्य आईडी, डॉक्टरों के लिए पहचानकर्ता और स्वास्थ्य सुविधाओं व व्यक्तिगत रिकॉर्ड के साथ एक डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र तैयार होगा.
“प्रधानमंत्री से यह घोषणा करने की उम्मीद है कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना के तहत आने वाले खातों को ‘आरोग्य भारत स्वास्थ्य खाता’ (ABHA) कहा जाएगा. डिजिटल स्वास्थ्य खातों के बजाय ‘आभा’ शब्द आम आदमी से अधिक नजदीक है. योजना अंतिम चरण में है. हालांकि, घोषणा पर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) करेगा.”
अधिकारी ने बताया कि नाम बदलने के पीछे का मकसद जनता को ABHA कार्ड बनाने और स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटाइज़ के लिए प्रोत्साहित करना है. सरकार ने 27 सितंबर, 2021 को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन भी शुरू किया जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य देखभाल तक नागरिकों की पहुंच को आसान बनाना, गुणवत्तापूर्ण इलाज मुहैया कराना और इलाज की, जरूरत पूरी होने तक निरंतरता बनाए रखना है. प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त, 2020 को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान की पायलट परियोजना की घोषणा की थी.