केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को एक लेख प्रकाशित में प्रकाशित उस दावे का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि कोरोना वायरस के खिलाफ अपने वैक्सीनेशन लक्ष्य से भारत पीछे रह गया है. मंत्रालय ने कहा, “एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी द्वारा हाल ही में प्रकाशित एक समाचार लेख में यह दावा किया गया है कि भारत अपने टीकाकरण लक्ष्य से चूक गया है. यह भ्रामक है और पूरी तस्वीर का प्रतिनिधित्व नहीं करता है.”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि भारत का राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम कई ऐसे विकसित पश्चिमी देशों की तुलना में सबसे सफल और सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रमों में से एक रहा है, जहां आबादी काफी कम है.
कोविड-19 रोधी टीकों की खुराकों की संख्या 145 करोड़ के पार
गौरतलब है कि शनिवार को कोविड-19 रोधी टीकों की 22 लाख से अधिक खुराक देने के साथ ही देश में अब तक दी गई कोविड-19 रोधी टीकों की खुराकों की संख्या 145.40 करोड़ से अधिक हो गई है. आंकड़े के अनुसार टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत के बाद से अबतक 18-44 साल के उम्रवर्ग में लोगों को कोविड-19 रोधी टीकों की 50,04,54,035 पहली खुराक और 33,50,59,168 दूसरी खुराक दी गई. मंत्रालय ने बताया कि अबतक टीकों की 84,54,89,349 पहली और 60,85,62,479 दूसरी खुराक लगायी गई है.
देश भर में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ था
उसने कहा, “भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज 145.40 करोड़ के पार चला गया. शनिवार शाम सात बजे तक टीकों की 22 लाख से अधिक यानी 22,56,362 खुराक दी गईं.” देश भर में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया था. अग्रिम मोर्चा के कर्मियों का टीकाकरण दो फरवरी से शुरू हुआ था. कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण एक मार्च से 60 वर्ष से अधिक और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के गंभीर रोगों से लोगों के लिये शुरू हुआ.
देश ने एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया।. सरकार ने एक मई से 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों के टीकाकरण की अनुमति दी.