भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) को लेकर दहशत है. कोरोना के इस नए वेरिएंट (Coronavirus New Variant in India) ने देखते ही देखते देश में 200 से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर दिया है. देश के 12 राज्यों में अब तक ओमिक्रॉन के मरीज मिल चुके हैं. इस बीच नेशनल कोविड-19 सुपर मॉडल कमिटी (National Covid-19 Supermodel Committee) का आंकलन आया है. कमिटी की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) अगले साल यानी 2022 के फरवरी में आ सकती है. हालांकि, कमिटी ने भारत में सीरो रिपोर्ट का हवाला देते हए कहा है कि देश में तीसरी लहर दूसरी लहर के मुकाबले कम खतरनाक होगी. लेकिन, कमिटी के इस रिपोर्ट पर देश-विदेश खासकर ब्रिटेन (UK) के डॉक्टरों का नजरिया अलग है. इन डॉक्टरों का मानना है कि यह जरूरी नहीं है कि भारत में ओमिक्रॉन कम ही खतरनाक होगा. डॉक्टरों ने अल्फा और डेल्टा वेरिएंट का उदाहरण देते हुए अपनी राय दी है.
नेशनल कोविड-19 सुपर मॉडल कमिटी के प्रमुख विद्यासागर के मुताबिक, ‘भारत में कोरोना के रोजाना मामले 7,500 के करीब आ रहे हैं. अगर एक बार ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट को रिप्लेस करना शुरू करेगा तो संक्रमितों के आंकड़ें तेजी से बढ़ेंगे. ऐसा इसलिए भी क्योंकि ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा या किसी अन्य के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैलता है. इसलिए कोरोना की तीसरी लहर का कारण ओमिक्रॉन ही बनेगा.