कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) के साथ शहीद हुये राजस्थान के सपूत स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप राव (Squadron Leader Kuldeep Rao) के परिवार को राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार एक करोड़ रुपये राशि देगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज इसकी घोषणा की. कुलदीप राव सीडीएस बिपिन रावत को लेकर जा रहे हेलिकॉप्टर के को-पायलट थे. एयरफोर्स के बेहतरीन पायलट रहे कुलदीप राव राजस्थान के झुंझुनूं जिले के घडराना गांव के रहने वाले थे. दो दिन पहले रविवार को ही शहीद कुलदीप का उनके पैतृक गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था.
झुंझुनूं से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित घरडाना खुर्द निवासी शहीद कुलदीप राव अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे. कुलदीप के पिता रणधीर सिंह भी नौसेना से सेवानिवृत्त हैं. सीडीएस बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर को ग्रुप कैप्टन पीएस चौहान और को-पायलट स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप राव उड़ा रहे थे. कुलदीप की शादी करीब दो साल पहले ही हुई थी. कुलदीप एक कुशल पायलट थे.
40 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई
कुलदीव की पार्थिव देह को रविवार को एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से दिल्ली से झुंझुनूं हवाई पट्टी पर लाया गया था. वहां एयरफोर्स की ओर से शहीद कुलदीप राव को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. बाद में उन्हें श्रद्धाजंलि दी गई थी. उसके बाद शहीद की पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव घरडाना खुर्द ले जाया गया. इस दौरान झुंझुनूं से लेकर उनके गांव तक 40 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई.
पत्नी यश्वनी ने दी थी मुखाग्नि
इस दौरान शहीद कुलदीप की वीरांगना यश्वनी और बहन साथ रही. तिरंगा यात्रा के दौरान कुलदीप की पत्नी यश्वनी ने पूरे समय सब्र बनाये रखा था. लेकिन जब उन्होंने अपने पति को मुखाग्नि दी तो उनके सब्र का बांध टूट पड़ा. यश्वनी ने पहले तो जोर से ‘जय हिन्द’ बोला और फिर ‘आई लव यू कुलदीप ‘ कहकर सुबकने लगीं. यह देखकर वहां मौजूद हर किसी का कलेजा फट गया.
पूरे रास्ते शहीद की पार्थिव देह पर बरसाये गये फूल
तिरंगा यात्रा के दौरान रास्ते में जगह-जगह लोगों ने शहीद कुलदीप को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये. पूरे रास्ते शहीद की पार्थिव देह पर फूल बरसाये गये. इस दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘कुलदीप राव अमर रहे’ के नारे लगते रहे. घरडाना खुर्द में हजारों लोगों ने नम आंखों से अपने लाडले कुलदीप का अंतिम विदाई दी.