भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय बैंक डिजिटल लेनदेन को और अधिक किफायती बनाने के लिए भुगतान प्रणाली में शुल्क पर एक चर्चा पत्र जारी करने का प्रस्ताव कर रहा है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि आरबीआई फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए यूपीआई-आधारित भुगतान उत्पाद लॉन्च करेगा और छोटे मूल्य के लेनदेन के लिए प्रक्रिया प्रवाह को सरल बनाएगा.
शक्तिकांत दास ने कहा कि डिजिटल पेमेंट (Digital payment) में विभिन्न चार्जेज को किफायती बनाने के लिए एक स्टडी की जाएगी. दास ने कहा कि डेबिट-क्रेडिट कार्ड्स, वॉलेट्स और यूपीआई जैसे पेमेंट्स सिस्टम को लेकर जल्द ही एक डिस्कशन पेपर जारी किया जाएगा. डिजिटल पेमेंट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए फीचर फोन आधारित UPI सिस्टम पेमेंट सिस्टम तैयार किया जाएगा. यानी कि आप बिना इंटरनेट के भी यूपीआई पेमेंट कर सकेंगे. इसी तरह रिटेल डायरेक्ट जीसेक और आईपीओ में UPI से पेमेंट करने की लिमिट 2 से बढ़ाकर 3 लाख किया जाएगी.
कैसे होगा पूरा काम?
यह सुविधा के जरिए, फीचर फोन उपयोगकर्ता अपने बैंक अकाउंट्स, डेबिट कार्ड और रजिस्टर्ड मोबाइल फोन नंबर से जुड़ा एक ऑथेंटिकेशन पिन जनरेट करके मर्चेंट पेमेंट के साथ-साथ पीयर-टू-पीयर ट्रांजेक्शन लेनदेन करने में सक्षम होंगे.
एनपीसीआई द्वारा दावा की गई नई रिपोर्ट के अनुसार, यह यूपीआई पिन जनरेट करने के लिए उपयोग की जाने वाली विधि के समान है. इसके अलावा, फीचर फोन उपयोगकर्ता एक सामान्य डायल-इन सेवा के माध्यम से ऑथेंटिकेशन पिन का उत्पादन करने में सक्षम होंगे, जिसे एनपीसीआई द्वारा संचालित किया जा सकता है.