गैरी कर्स्टन (Gary Kirsten) भारतीय क्रिकेट के इतिहास में हमेशा याद रखे जाएंगे. साउथ अफ्रीका के इस दिग्गज खिलाड़ी की काेचिंग में टीम इंडिया (Team India) ने 2011 में वनडे वर्ल्ड कप (World Cup 2011) का खिताब जीता था. आज का दिन कर्स्टन के लिए खास है. वे 54 साल के हो गए हैं. कर्स्टन के कोच बनने की कहानी भी बेहद रोचक है. वे सिर्फ 7 मिनट के इंटरव्यू में टीम के कोच बन गए हैं. उन्हीं की कोचिंग में टीम इंडिया पहली बार टेस्ट की नंबर-1 टीम भी बनी थी.
दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन (Gary Kirsten) ने 1993 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था. वे साउथ अफ्रीका की ओर से टेस्ट में 5 हजार रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे. लेकिन वे खिलाड़ी से अधिक काेच के रूप में जाने और पहचाने गए. कोच बनने के लिए भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने सबसे पहले कर्स्टन से बात की थी. रवि शास्त्री (Ravi Shastri) कोच चयन वाली समिति में शामिल थे. सिर्फ 7 मिनट तक चले इंटरव्यू के बाद कर्स्टन को टीम का कोच बना दिया गया था.
कोचिंग का कोई अनुभव नहीं था
टीम इंडिया के कोच बनने से पहले गैरी कर्स्टन के पास किसी तरह की कोचिंग का अनुभव नहीं था. ऐसे में उन्हें कोच बनाए जाने की उम्मीद नहीं थी. लेकिन उन्होंने एमएस धोनी (MS Dhoni)के साथ मिलकर टीम को वर्ल्ड कप का खिताब दिलाया. हालांकि जीत के बाद उन्होंने परिवार के साथ समय बिताने के लिए टीम का साथ छोड़ दिया था. वर्ल्ड कप जीत के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने उन्हें कंधे पर उठा लिया था. आज भी यह बात सभी को याद है. इसके बाद वे साउथ अफ्रीका के कोच बने. वे टी20 लीग बिग बैश और आईपीएल से भी जुड़े.
100 से अधिक टेस्ट और वनडे दोनों खेले
बाएं हाथ के ओपनर बल्लेबाज गैरी कर्स्टन का इंटरनेशनल करियर भी काफी लंबा रहा. उन्होंने 101 टेस्ट खेले. 45 की औसत से 7289 रन बनाए. 21 शतक और 34 अर्धशतक लगाया. 275 रन की सबसे बड़ी पारी खेली. इसके अलावा उन्होंने 185 वनडे में 41 की औसत से 6798 रन बनाए. 13 शतक और 45 अर्धशतक जड़े. उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 16670 रन बनाए. 46 शतक लगाया.
54 साल की उम्र में भी वे कोचिंग से जुड़े हुए हैं. बहुत कम लोगों काे यह बात पता है कि वे ऑफ स्पिनर भी थे. उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में भी विकेट लिए हैं. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 2 विकेट झटके हैं. इसके अलावा उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी 20 विकेट अपने नाम किए हैं.