भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पंजाब प्रभारी और जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कहा है कि पार्टी राज्य के विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक प्रदर्शन करेगी. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई है कि विरोध का सामना कर रहे तीन कृषि कानूनों को वापस लिए बगैर भी किसान आंदोलन का मुद्दा सुलझा लिया जाएगा. हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में शेखावत ने पंजाब में जारी सियासी उथल पुथल, कोविड-19, पेगासास समेत कई मुद्दों पर बात की.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान शेखावत ने कहा, ‘सभी चार राज्यों में जहां चुनाव होने हैं, वहां बीजेपी की सबसे अच्छी स्थिति पंजाब में होगी…. जिस तरह से पंजाब में वोटों का ध्रुविकरण हुआ है, हम इतिहास रचेंगे.’ इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि जिस तरह से हम पंजाब में किसान आंदोलन की स्थिति को दिल्ली में बैठकर देख रहे हैं, वह वास्तविकता के विपरीत है. उन्होंने कहा कि कुछ स्वार्थी लोग किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चला रहे हैं और इस आंदोलन का आम आदमी से कोई लेना-देना नहीं है.
‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किसी के साथ भी काम करने को तैयार’
शेखावत ने साफ किया है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर किसी भी तरह का विवाद नहीं है. उन्होंने कहा, ‘कैप्टन ने गृहमंत्री से बात की है. आप राजनीति में किसी भी संभावना से इनकार नहीं कर सकते हैं. लेकिन बीजेपी अपनी विचारधारा के साथ है और उसके लक्ष्य और रास्ते तय हैं. हम सभी का स्वागत करेंगे, जो हमारे
साथ काम करना चाहता है.’
किसान आंदोलन को लेकर मंत्री ने कहा कि कुछ लोग इन रास्तों के जरिए उग्रवाद के दौर के वापस लाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘हम किसी के साथ भी काम करने के लिए तैयार हैं, जो पंजाब में स्थाई सरकार चाहता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए काम करेगी.’ शेखावत ने कहा कि राज्य में पाकिस्तान प्रायोजित गतिविधियां और ड्रग्स तस्करी बढ़ रही है.
कैप्टन अमरिंदर को लेकर क्या कहा?
शेखावत ने कैप्टन के सीएम कार्यकाल को लेकर कहा, ‘कोई सरकार किसी एक की सरकार नहीं होती. जिस तरह से पंजाब में बीते चार सालों में भ्रष्टाचार बढ़ा, जो वहां स्थिति है… कोई भी नागरिक आपको जवाब दे सकता है.’ पूर्व सीएम सिंह को लेकर उन्होने कहा कि सरकार एक की नहीं सभी की जिम्मेदारी होती है, लेकिन वे सरकार की अगुवाई कर रहे थे, इसलिए उन्हें आंच का सामना करना पड़ेगा.
किसान मुद्दे पर बातचीत की बात दोहराई
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि मुद्दे सुलझाने के लिए मोदी सरकार के दरवाजे हमेशा खुले हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि कई किसान संघ सरकार के समर्थन में हैं. मंत्री से पूछा गया कि क्या बगैर कानून वापस लिए आप इस मुद्दे के सुलझने की आशा करते हैं? इसपर उन्होंने कहा, ‘ऐसा होना चाहिए, और ऐसा होगा.’