देश के मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) का पैतृक घर जल्द ही एक सनातन स्कूल में तब्दील हो जाएगा. अंडरवर्ल्ड दाऊद का आलीशान घर महाराष्ट्र के रत्नागिरी में स्थित है. दरअसल, इस प्रॉपर्टी को अजय श्रीवास्तव नाम के एक वकील ने स्मगलर्स एंड फॉरेन एक्सचेंज मैनीपुलेटर्स एक्ट (SAFEMA) के तहत की गई नीलामी में खरीदा है. एक मराठी न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान वकील श्रीवास्तव ने बताया कि मैंने इस बंगले को एक सनातन स्कूल में बदलने का फैसला लिया है.
इस सवाल पर कि आखिर उन्होंने यह फैसला क्यों लिया? वकील श्रीवास्तव कहते हैं,’दाऊद ने यहां रहते हुए मदरसों को खूब प्रमोट किया. मैं चाहता हूं कि अब उसके ही पैतृक घर को एक सनातन स्कूल में तब्दील किया जाए.’ वो कहते हैं कि दाऊद इस वक्त पाकिस्तान में सुविधासंपन्न जिंदगी जी रहा है. श्रीवास्तव ने पिछले साल गैंगस्टर की दो अलग-अलग प्रॉपर्टी को नीलामी में खरीदा था.
इस बंगले में बीता दाऊद उसके भाई बहनों का बचपन
1980 के दौरान दाऊद इब्राहिम यहां रहता था. काफी बाद तक उसकी चार बहनों में से एक बहन इस बंगले में रहती थी. लेकिन बाद में उसका परिवार कहीं और शिफ्ट हो गया. दाऊद के परिवार ने यहां आना तब बंद कर दिया था जब उनके पिता इब्राहिम कास्कर की नौकरी मुंबई पुलिस में लग गई.
1993 के मुंबई बम धमाकों ने दाऊद को बनाया मोस्ट वांटेड आतंकी
1993 मुंबई बम धमाकों के बाद दाऊद इब्राहिम मोस्ट वांटेड आतंकी बनकर उभरा. 2003 में अमेरिका ने दाऊद को स्पेशली डैजिग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट डिक्लेयर कर दिया. पाकिस्तान ने पिछले साल पहली बार दाऊद की अपने यहां मौजूदगी को स्वीकार किया. दरअसल पाकिस्तान अपने यहां लगातार दाऊद की उपस्थिति को नकारता रहा है. लेकिन जब दाऊद समेत 88 टेररिस्ट ग्रुप्स और उनके लीडर्स के ऊपर वैश्विक प्रतिबंध लगा लगाया तो पाकिस्तान को उसकी मौजूदगी कुबूल करनी पड़ी.
भारत लगातार पाकिस्तान से दाऊद को हैंडओवर करने के लिए कह रहा है ताकि 1993 के मुंबई बम धमाके जैसे गंभीर अपराध करने के लिए उस पर मुकदमा चलाया जा सके. रिपोर्ट्स के मुताबिक अंडरवर्ल्ड डॉन कराची की दक्षिण पोर्ट सिटी में है.