भारत ने अक्टूबर से वैक्सीन मैत्री (Vaccine Maitri) कार्यक्रम और कोवैक्स के तहत दुनिया के अन्य देशों को टीका (Anti Covid-19 Vaccine) दोबारा मुहैया कराने का फैसला किया है. इस घोषणा के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) का धन्यवाद किया है. उन्होंने दुनिया की आबादी को वैक्सीन लगाने के मद्देनजर भारत के इस फैसले को अहम बताया है. मंडाविया ने सोमवार को कोवैक्स कार्यक्रम के प्रति अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने की भी घोषणा की थी.
WHO के प्रमुख टेडरोस अधानोम घेब्रेयसस ने कहा, ‘भारत अक्टूबर में COVAX को कोविड वैक्सीन की अहम खेप भेजना दोबारा शुरू कर रहा है. इस घोषणा के लिए शुक्रिया, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया.’ उन्होंने कहा, ‘साल के अंत तक सभी देशों में 40 फीसदी टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के लिहाज से यह बड़ा कदम है.’ WHO की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने भी भारत के इस फैसले को सराहा था.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उन्होंने कहा था कि यह फैसला विश्व स्तर पर टीकाकरण के मामले में समानता के लिए लंबा रास्ता तय करेगा. मंगलवार को उन्होंने कहा था, ‘COVAX कोविड वैक्सीन के निर्यात के काम को दोबारा शुरू करने के फैसले का स्वागत करता है. विश्व में टीकों की समानता में यह लंबा रास्ता तय करेगा.’ भारत ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगा दी थी.
स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने सोमवार को कहा था कि इस साल की चौथी तिमारी से वैक्सीन भेजने का काम दोबारा शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा था, ‘वैक्सीन मैत्री के तहत हम दुनिया की मदद करेंगे और चौथी तिमाही में COVAX में योगदान देंगे.’ उन्होंने यह भी घोषणा की थी कि अगले महीने से सरकार को निर्माताओं से 30 करोड़ से ज्यादा डोज मिलने की उम्मीद है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश के नागरिकों को वैक्सीन लगाना प्राथमिकता है.