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नकली चेक से रुपए ट्रांसफर की कोशिश 1 गिरफ्तार;छत्तीसगढ़ में सक्रिय है धोखेबाजों का गिरोह,

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छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में एक कंपनी के चेक को स्केन कर डिटेल्स बदलकर बैंक से रुपए निकालने वाला गिरफ्तार हुआ है। पूछताछ में पता चला है कि ऐसा करने वाला एक पूरा गिरोह छत्तीसगढ़ में सक्रिय है। बेमेतरा में फर्जीवाड़ा कर 4 लाख 35 हजार रुपए बैंक से गुड़गांव ट्रांसफर करने का प्रयास किया जा रहा था।
बैंक में चेक लगाने के बाद हुआ खुलासा
जानकारी के मुताबिक, कुछ महीने पहले इस मामले की शिकायत पुलिस से की गई थी। जिसमें बेमेतरा के प्रार्थी विनीश छाबड़ा ने बताया था कि उनकी कंस्ट्रक्शन कंपनी के चेक के माध्यम से रुपए निकालने का प्रयास किया गया है। कंपनी के नाम का फर्जी चेक बनाया गया और उस पर हस्ताक्षर स्केन कर लिए गए। इसके बाद चेक बेमेतरा की स्टेट बैंक की शाखा में जमा किया गया था। यह राशि गुड़गांव के एक एकाउंट में ट्रांसफर करने कहा गया था। बैंक ने चेक में गड़बड़ी पकड़ ली और विनीश को जानकारी दी। विनीश ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उसे यह भी समझ नहीं आ रहा है कि उसकी कंपनी का चेक जावेद के पास कैसे आया।

फर्जी चेक क्लियरेंस का बिहार कनेक्शन
बेमेतरा SDOP राजीव शर्मा ने बताया कि कुछ महीने पहले इस पूरे मामले की शिकायत मिली थी। बैंक के सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए। जिस खाते में पैसा जमा होना था, उसकी डिटेल्स ली गई। पूरी पड़ताल किए जाने पर इस फर्जीवाड़ा का बिहार कनेक्शन निकल कर सामने आया है। जिसमें आरोपी मोहम्मद जावेद अख्तर (28) को अजमदनगर जिला नवादा(बिहार) से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि उसके नाम का खाता गुड़गांव बैंक में है। उसने फर्जी तरीके से SBI बैंक बेमेतरा में चेक क्लियरेंस के लिए जमा किया था। बैंक की तरफ से खाता धारक विनीश छाबड़ा को इसकी जानकारी दी गई। फिर शिकायत होने के बाद अख्तर को गिरफ्तार कर लाया गया।
18 हजार सैलरी पर करता था काम
जावेद अख्तर ने पुलिस को बताया है कि छत्तीसगढ़ निवासी रामचंद्र चौधरी ने यह चेक उसे दिया था। वह खुद को रायपुर का रहने वाला बताता था। यह भी बताया जा रहा है कि आरोपी के नाम पर कई बैंक खाते अलग-अलग राज्य की ब्रांचों में खोले गए हैं। जिसके माध्यम से इसी तरह से फर्जीवाड़ा करके रुपए निकालने का खेल चल रहा है। जावेद के मुताबिक इस मामले में मुख्य सरगना रामचंद्र चौधरी है। जिसने इस तरह के जाल को फैलाकर रखा हुआ है। उसने ही जावेद अख्तर को 18 हजार रुपए महीने की सैलरी पर रखा था। फिलहाल पुलिस अब चौधरी की तलाश कर रही है। दावा किया जा रहा है कि यह बहुत जल्द ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं जावेद के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर उसे जेल भेज दिया गया है।