केरल के बाद कर्नाटक में भी कोरोना वायरस (Karnataka Coronavirus Case) का ग्राफ एक बार फिर ऊपर जा रहा है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) के समय में बदलाव किया गया है. साथ ही केरल और महाराष्ट्र की सीमाओं से सटे जिलों में वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान किया गया है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में अब रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा.
वहीं राज्य में दक्षिण पश्चिम रेलवे ने भी घोषणा करते हुए कहा कि केरल और महाराष्ट्र से आने वाले सभी लोगों के लिए आरटी-पीसीआर (RT-PCR) की निगेटिव रिपोर्ट (Negative certificate) अनिवार्य कर दी है.
इससे पहले कर्नाटक सरकार ने मुख्य आयुक्त-बीबीएमपी और जिलों के उपायुक्तों को हालात की कड़ी निगरानी करने का निर्देश दिया था. साथ ही आवश्यक समझे जाने पर अतिरिक्त रोकथाम के उपाय लागू करने का निर्देश दिया गया था. इसी के मद्देनजर ये कदम उठाए गए हैं. पिछले दिनों बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने कहा था कि बेंगलुरु में प्रवेश करने वाले लोगों को आरटीपीसीआर की निगेटिव जांच रिपोर्ट लानी होगी. अगर वह नहीं लाते हैं तो हम जांच करेंगे और जब तक उनकी रिपोर्ट नहीं आती है तब तक उन्हें पृथक-वास में रहना होगा.
कुछ दिनों से बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
दरअसल, कर्नाटक में कोरोना के नए मामलों में पिछले कुछ दिनों से तेजी देखी जा रही है. राज्य में बुधवार को कोरोना के 1769 नए मामलों की पुष्टि हुई और 30 मरीजों की मौत हो गई. केवल बेंगलुरु में पिछले 24 घंटे में 411 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. राज्य में अब तक 29,11,727 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और इनमें से 36,680 मरीजों की मौत हुई है.
बेंगलुरु में इस हफ्ते कई अपार्टमेंट को कंटेनमेंट जोन में बदल दिया गया क्योंकि यहां कोरोना के मामले आए थे. वसंत नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ सैयद परवेज इस्माइल ने बताया कि विदेश यात्रा करने और यात्रा की जानकारी छिपाने के बाद अपने घरों में रहने वाले लोगों के कारण अपार्टमेंट को कंटेनमेंट जोन में बदला जाता है. ऐसे में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, यात्रा करने वालों को पूरी ट्रैवल हिस्ट्री देनी चाहिए.”