ध्य प्रदेश (MP) के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने (Kamal Nath) गुरुवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में गठबंधन को लेकर चर्चा हुई. खास बात यह है इस बैठक में यूपी में सक्रिय भूमिका निभा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) भी शामिल हुईं. बीते मंगलवार से ही कांग्रेस में बड़ी बैठकों का दौर जारी है. ध्यान रखने वाली बात ये है कि कमलनाथ को कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की भी चर्चा चल रही है.
यूपी में कमलनाथ के बेहतर संबंध
कांग्रेस राज्य में विपक्ष की भूमिका निभा रही समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है. वहीं, दोनों पार्टियों से कमलनाथ के संबंध काफी अच्छे माने जाते हैं. हालांकि, 2017 के विधानसभा चुनाव में ही कांग्रेस और सपा एक साथ चुनावी मैदान में उतरी थीं, लेकिन तब गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा था और भारतीय जनता पार्टी ने सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाई थी.
क्या था 2017 के गठबंधन का गणित
पांच साल पहले साथ आई कांग्रेस और सपा के बीच राज्य की 403 सीटों के बंटवारे को लेकर लंबी चर्चा चली थी. अंत में सपा ने 298 सीटों पर लड़ने का फैसला किया. जबकि, कांग्रेस के हिस्से में 105 सीटें आई थीं. इधर, 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद सपा और मायावती की अगुवाई वाली बसपा के बीच भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. उस दौरान हुए गठबंधन को राज्य की 80 सीटों में से 15 सीटों पर जीत मिली थी, दोनों पार्टी प्रमुखों ने साफ कर दिया है कि वे दोबारा साथ नहीं आएंगे.
बसपा भी मुश्किल में है!
बसपा सुप्रीमो लगातार विधायकों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा रही हैं. साल 2017 के चुनाव में जीते बसपा के 19 में से 11 विधायकों को मायावती ने निष्कासित कर दिया है. जबकि, एक को उपचुनाव में हार मिली. हाल ही में बसपा ने वरिष्ठ नेता लालजी वर्मा और राष्ट्रीय महासचिव राम अचल राजभर को भी बाहर किया गया है. इसके अलावा हाल ही में हुए पंचायत चुनावों में भी बसपा का प्रदर्शन काफी खराब रहा है. पार्टी ने पंजाब विधानसभा के लिए शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन का ऐलान किया है.