उत्तर भारत के तीन बड़े राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में रविवार को आकाशीय बिजली गिरने से अब तक 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. आकाशीय बिजली गिरने से सबसे अधिक मौतें उत्तर प्रदेश में हुई है. उत्तर प्रदेश में अब तक 40, राजस्थान में 20 से ज्यादा और मध्य प्रदेश में 7 लोगों की मौत हुई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों राज्यों में बिजली गिरने से हुई लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीनों राज्यों में बिजली गिरने से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की सहायता राशि दी जाएगी.
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मौतें प्रयागराज जिले में हुई है. प्रयागराज जिले में 13, कानपुर देहात में 6, फतेहपुर जिले में 7, हमीरपुर में 2, कौशाम्बी में 3, प्रतापगढ़ में 2, आगरा में 3, चित्रकूट में 2 और वाराणसी, रायबरेली जिले में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है. इसके अलावा 22 लोग झुलसे भी हैं. साथ ही 200 से ज्यादा मवेशियों की भी मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकाशीय बिजली गिरने की घटना से हुई लोगों की मौत पर दुख प्रकट किया है. उन्होंने मृतकों के परिवार वालों को नियम के मुताबिक दी जाने वाली राहत रकम की फौरन बांटे जाने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने मृतकों के शोकाकुल परिवार वालों के प्रति अपनी भावना प्रकट की है.
राजस्थान में अब तक 20 से ज्यादा लोगों की मौत
वहीं राजस्थान के कई हिस्सों में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में अब तक 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्यादा मौतें राजधानी जयपुर में हुई है. जयपुर में 16, धौलपुर में 3, कोटा में 4 और झालावाड़ाऔर बारां में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है. जयपुर में आमेर महल के सामने वॉच टावर पर बिजली गिरने से 30 से अधिक लोग घायल हो गए.
वहीं राज्य में बिजली गिरने से हुई मौतों पर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख जाहिर करते हुए और मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा भी की है. उधर मध्य प्रदेश में बिजली गिरने से अब तक 7 लोगों की मौत हुई है. श्योपुर और ग्वालियर जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 2-2 और शिवपुरी, अनुपपूर, बैतूल में में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है.