भारतीय टीम इंग्लैंड (England) के खिलाफ अगस्त से होने वाले 5 मैचों की टेस्ट सीरीज (Test Series) की तैयारी कर रही है. 4 अगस्त से भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आगाज होगा. इंग्लैंड का ये दौरा भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बेहद अहम है. हाल ही में टीम इंडिया को न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल (WTC) मैच में 8 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में एक और हार कुछ खिलाड़ियों को भारी पड़ सकती है
इन खिलाड़ियों पर लटक रही है तलवार
उमेश यादव
एक समय उमेश यादव टीम के मुख्य सदस्यों में से एक थे. उमेश यादव को भारतीय टेस्ट टीम में खेलने का लगातार मौका दिया जा रहा है, लेकिन वो प्लेइंग इलेवन का हिस्सा लगातार नहीं बन पा रहे हैं. अब ऐसे में उमेश यादव भले ही इस बार इंग्लैंड के दौरे पर जगह बनाने में तो कामयाब रहे हैं, लेकिन 48 टेस्ट खेल चुके 33 वर्षीय उमेश यादव के लिए ये इंग्लैंड का दौरा अंतिम साबित हो सकता है. उमेश यादव पर दबाव बना हुआ है.
ऋद्धीमान साहा
एमएस धोनी के टेस्ट से संन्यास लेने के बाद से उनके बदले में ऋद्धीमान साहा विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. ऋद्धीमान साहा लगातार टेस्ट टीम के साथ जुड़े रहे हैं. लेकिन उनकी जगह अब युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने ले ली हैं. साहा फिलहाल 36 साल के हो चुके हैं, तो वहीं उनको अब प्रतिस्पर्धा भी मिलने लगी है. ऐसे में कहा जा सकता है कि ये इंग्लैंड दौरा उनका आखिरी दौरा हो सकता है. ऋद्धीमान साहा ने अब तक भारत के लिए 38 टेस्ट मैच खेल चुके हैं.
चेतेश्वर पुजारा
टेस्ट मैचों के स्पेशलिस्ट पुजारा ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल की पहली पारी में 8 रन और दूसरी पारी में 13 रन बनाए थे. पुजारा के इस प्रदर्शन के बाद उनकी काफी आलोचना भी हुई और कई लोगों ने तो ये भी कह दिया कि उनके करियर की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. चेतेश्वर पुजारा ने आखिरी बार शतक दो साल पहले 2018 में पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ही लगाया था. इंग्लैंड दौरा चेतेश्वर पुजारा के लिए काफी महत्वपूर्ण है. अगर इंग्लैंड दौरे पर पुजारा का बल्ला चला तो आलोचकों का मुंह बंद हो जाएगा.