Home प्रदेश बीजेपी की आरती तिवारी निर्विरोध बनी जिला पंचायत अध्यक्ष, सपा नहीं दाखिल...

बीजेपी की आरती तिवारी निर्विरोध बनी जिला पंचायत अध्यक्ष, सपा नहीं दाखिल कर पाई थी पर्चा

47
0

बलरामपुर में BJP की आरती तिवारी को निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुन लिया गया है. इस चुनाव में जहां बीएसपी ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा वहीं एसपी का उम्मीदवार अपना नामांकन ही दाखिल नहीं कर पाया.

बलरामपुरः यूपी के बलरामपुर में तमाम दांव पेचों के बाद अब भारतीय जनता पार्टी का जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हो चुका है. जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए भारतीय जनता पार्टी की आरती तिवारी ने नामांकन दाखिल किया था जबकि उनके सामने किसी भी पार्टी का कोई उम्मीदवार नहीं था. जिसके चलते नाम वापसी के अंतिम दिन आरती तिवारी के पर्चे वैध होने के कारण उन्हें आज नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष घोषित कर दिया गया. उन्हें मंगलवार के दिन जिला प्रशासन के जरिए प्रमाण पत्र दिया गया.

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज थी. भारतीय जनता पार्टी समेत समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी ने प्रत्याशी उतारने का दावा किया था, लेकिन जब जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव करीब आया तो बीएसपी ने अपने हाथ खड़े कर दिए. बीएसपी ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दौरान अपना प्रत्याशी नहीं उतारा.

हालांकि इस मामले में समाजवादी पार्टी एक कदम आगे निकली और समाजवादी पार्टी ने शीर्ष नेतृत्व की घोषणा के बाद किरण यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी घोषित किया था. नामांकन के दिन किरन यादव ने पुलिस प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाते हुए एक वीडियो जारी कर यह बताया कि रात से ही उनके घर पर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है. जिसके चलते वह कहीं ना जा सकती है और ना ही अपना नामांकन दाखिल कर सकती है.

पुलिस प्रशासन पर लगाया नामांकन से रोकने का आरोप

उन्होंने एक और आरोप लगाते हुए कहा कि उनका नामांकन पत्र भी पुलिस ने जप्त कर लिया है. किसी तरह जब समाजवादी पार्टी के तत्कालीन जिला अध्यक्ष रामनिवास मौर्या और तुलसीपुर से पूर्व विधायक मसूद खान ने मामले में हस्तक्षेप किया तो किरन यादव को पुलिस ने घर से निकलने दिया. हालांकि उन्हें दोबारा महाराजगंज तराई थाने के बॉर्डर पर रोक दिया गया और इसी तरह थाने दर थाने उन्हें घुमाया गया, जब तक कि नामांकन का समय समाप्त नहीं हो गया. जिसके चलते किरन यादव समाजवादी पार्टी की तरफ से अपना नामांकन नहीं दाखिल कर सकी. जिसके बाद एसपी के पूर्व मंत्री डॉ. एसपी यादव की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में एसपी कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया.

वहीं भारतीय जनता पार्टी की घोषित प्रत्याशी आरती तिवारी के नामांकन में जिले की चारों विधानसभा सीटों से चारों विधायक पलटू राम, राम प्रताप वर्मा, शैलेश सिंह शैलू और कैलाशनाथ शुक्ला पहुंचे हुए थे. वहीं कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह भी कलेक्ट्रेट गेट तक आए और आरती को शुभकामना देकर नामांकन के लिए भेजा.

निर्विरोध जीती बीजेपी की आरती

आरती ने अपना नामांकन दो सेट में दाखिल किया, जो जांच के दौरान वैद्य मिला और नाम वापसी का अंतिम दिन महज आरती तिवारी का ही नामांकन दाखिल होने के कारण उन्हें निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्वाचित कर दिया गया. पूरे मामले पर अपर जिला अधिकारी अरुण कुमार शुक्ला ने बताया कि केवल आरती तिवारी ने ही अपना नामांकन दाखिल किया था. किसी भी अन्य दल के प्रत्याशी ने कोई नामांकन दाखिल नहीं किया था. जिसके चलते आरती तिवारी को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया गया है और मंगलवार को उन्हें जिला प्रशासन की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रमाण पत्र दिया गया.

पूरे मामले पर आरती तिवारी ने टेलिफोन पर बातचीत के दौरान बताया कि वह अपने निर्विरोध निर्वाचन पर बेहद खुश हैं और अपनी इस जीत का श्रेय अपने पिता और अपने चाचा श्याम मनोहर तिवारी सहित जिले के चारों विधायक और सांसद कैसरगंज बृजभूषण शरण सिंह को देती हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही वह जिला पंचायत सभागार में अपने पदभार को ग्रहण कर जिले के विकास के लिए बेहतर काम करेंगी.