कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) पर दायर किया आपराधिक मानहानि (criminal defamation) का मुकदमा वापस ले लिया है. दरअसल रविशंकर प्रसाद ने अपने वक्तव्य के लिए माफी मांग ली थी जिसके बाद थरूर ने मुकदमा वापस लिया है. थरूर ने आउट कोर्ट सेटलमेंट का हवाला देकर केस वापस लेने का आवेदन किया था.
बीते साल मार्च महीने में ही रविशंकर प्रसाद ने चिट्ठी लिखकर शशि थरूर से माफी मांगी थी. शशि थरूर ने साल 2018 में रविशंकर प्रसाद के खिलाफ यह मुकदमा दायर किया था. तब रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया था कि थरूर हत्या के एक मामले में आरोपी हैं.
‘हत्या का आरोपी’ कहने के लिए ‘बिना शर्त माफी मांगने’ को कहा था
थरूर ने पहले रविशंकर प्रसाद को ‘हत्या का आरोपी’ कहने के लिए ‘बिना शर्त माफी मांगने’ को कहा था. थरूर ने कहा था कि पुष्कर मामले में जांच पूरी हो गई है और दिल्ली पुलिस ने अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष अंतिम रिपोर्ट भी दायर कर दी, जिसमें उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 308 और 498 ए के तहत आरोप पत्र दायर किए गए थे. थरूर ने कहा, ‘अंतिम रिपोर्ट यह नहीं कहती है पुष्कर की मौत हत्या थी.’ बाद में उन्होंने केस दायर कर दिया.थरूर ने क्या दिया था चिट्ठी का जवाब
फिर जब मार्च 2020 में रविशंकर प्रसाद ने माफी मांगी तो थरूर ने इस चिट्ठी के जवाब में लिखा था, ‘मेरे सम्मान में अपने शब्दों को वापस लेकर आपने बड़ी उदारता दिखाई है, उन शब्दों से मुझे बेहद आघात पहुंचा था. मैं आपकी भावनाओं की कद्र करता हूं और हमारे साथ को देखते हुए मैं इस मामले को खत्म समझता हूं.’