अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर (एम्स) में बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए नए साल से अस्पताल में 160 बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है. इसके अलावा 10 नए आपरेशन थियेटर भी शुरू होंगें. अब एक जनवरी से यह 960 बिस्तर वाला अस्पताल हो जाएगा. वर्तमान में 800 बेड से बढ़ाकर यह 960 बिस्तर के साथ प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा एम्स अस्पताल बन जाएगा जबकि 1200 बिस्तर के साथ डॉ. भीमराव आंबेडकर हॉस्पिटल पहले स्थान पर है.
मेडिसीन विभाग में मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण आईपीडी जनरल वार्ड, आईसीयू वार्ड, केंसर वार्ड में 15-15 बेड बढाएं जा रहे हैं. वहीं टीबी और छाती रोग संबंधित वार्ड में बेड की संख्या 30 से बढाकर 55 की जायेगी. एम्स अस्पताल में कुल स्वीकृत बेड की संख्या 960 है जो 2020 में पूरी हो जायेगी. अस्पताल अधीक्षक डॉ करण पीपरे ने बताया केंसर वार्ड में रेडियोथेरपी और कीमोथेरपी लेने वाले मरीज जो दूर-दराज के गांव से आते हैं उनको बेहतर सुविधा देने के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है.
10 नए ऑपरेशन थेयटर का होगा शुभारंभ
एम्स अस्पताल में आधुनिक सुविधाओं से लैस 10 नए ऑपरेशन थियेटर भी एक जनवरी से शुरु होंगे. एम्स अस्पताल में वर्तमान में 20 ऑपरेशन थियेटर में मरीजों का ऑपरेशन किया जाता है. डॉ. पीपरे ने बताया, नये ऑपरेशन थियेटर में कई नये उपकरण भी लगाए गए हैं. इससे सर्जरी, ईएनटी, आर्थो, डेंटल, न्यूरो सर्जरी विभागों को अलग-अलग ऑपरेशन थियेटर मिलने लगेंगें. ऑपरेशन थियेटर की संख्या 30 हो जाने से मरीजों को वेटिंग की समस्या से काफी राहत मिलेगी. मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इसे आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है. आपरेशन थियेटर में नये-नये चिकित्सकीय उपकरण, आधुनिक सुविधा व्यवस्थित की गयी है. डॉ. पीपरे ने कहा, नये ऑपरेशन थियेटर बनने से लोगों को बेहतर शल्य चिकित्सा सेवा उपलब्ध होगी. आपात चिकित्सा के दौरान मरीजों को एम्स अस्पताल में बेहतर सर्जरी मिलने से अन्य राज्य जाने की परेशानी से बच जाएंगे.