मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने माहेश्वरी समाज से अपने प्रबंधन कौशल का योगदान गौठानों के सुचारू संचालन में देने का आव्हान किया है। मुख्यमंत्री आज यहां साइंस कॉलेज ऑडिटोरियम में छत्तीसगढ़ प्रादेशिक माहेश्वरी युवा संगठन द्वारा आयोजित दीपावली मिलन और अभिनंदन समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने माहेश्वरी समाज को दीपावली और राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि महेश्वरी समाज ने प्रबंधन के क्षेत्र में विशेष दक्षता हासिल की है , यदि यह समाज अपने इस कौशल का योगदान गौठानों के प्रबंधन में देता है, तो यह छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ी सेवा होगी। उन्होंने कहा कि महेश्वरी समाज जशपुर से लेकर सुकमा तक के गांव में रहता है और वहां स्थानीय समाज से घनिष्ठ रूप से घुल- मिल गया है।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी नरवा, गरवा, घुरवा और बारी योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हम गौ माता की सेवा करना चाहते हैं, लेकिन गाय सड़कों पर आवारा घूमती हैं और प्लास्टिक खा रही हैं। आवारा पशुओं से आज फसलों को बचाना एक बड़ी चुनौती हो गया है, इसलिए गांव में गौठान बनाए जा रहे हैं, जहां पशुओं के लिए डे केयर की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि ट्रॉली में बिकने वाला पशुओं का गोबर अब प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। गोबर से बनी वर्मी कंपोस्ट 8 से 10 रूपए प्रति किलो की दर पर बिक रही है। रायपुर जिले के अभनपुर के पास वनचरौदा गांव की महिलाएं गोबर और मिट्टी के दीए बना रहे हैं इन दीयों का प्रकाश नई दिल्ली में भी फैला। इन महिलाओं ने कई सजावट की वस्तुएं भी जैसे गमले, गोबर और मिट्टी से स्वास्तिक जैसी वस्तुएं भी बनाई है। गोबर का उपयोग बढ़ गया है और गोबर की मांग भी बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज रासायनिक खाद और कीटनाशकों के उपयोग से नियमित दिनचर्या के बावजूद लोगों को कैंसर और हार्ट की बीमारी हो रही है, यदि हम जैविक कृषि की ओर बढ़ते हैं, तो एक स्वस्थ जीवन का मार्ग प्रशस्त होगा।
मुख्यमंत्री ने महेश्वरी समाज के लोगों को राज्योत्सव में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया। इस अवसर पर महेश्वरी समाज की युवा विंग के अध्यक्ष श्री राजेश मंत्री सहित सर्वश्री स्वराज्य लड्डा, अनूप चांडक और जय चांडक, साध्वी अलका सिंह सहित समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महेश्वरी समाज संख्या में भले ही छोटा है, लेकिन सेवा, त्याग और सदाचार के माध्यम से इस समाज नेअपनी पहचान कायम की है। निरूस्वार्थ सेवा, गर्मियों में प्यासे को पानी पिलाने जैसे अनेक सामाजिक कार्यों में महेश्वरी समाज अग्रणी है।