गाड़ी का साइड मिरर टूटने से टैंकर का चालक इस कदर नाराज हुआ कि एक अन्य गाड़ी के हेल्पर को जेक रॉड से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। जान बचाकर हेल्पर लहूलुहान अवस्था में झाड़ियों में जाकर छिप गया, जहां उसकी मौत हो गई। हेल्पर की पिटाई करते उस टैंकर के चालक ने दूर से देखा था, जिसमें वह काम करता था। इसके बाद भी वह मौके पर पहुंचकर उसकी जान बचाने की कोशिश नहीं की।
इंडियन ऑयल कारपोरेशन दर्री गोपालपुर के पास झाड़ियों में करतला थानांतर्गत ग्राम सेंद्रीपाली निवासी बलिराम चंद्रा पिता सोमनाथचंद्रा की लाश 17 अक्टूबर की सुबह मिली। टैंकर क्रमांक सीजी 13 ए 7397 में वह हेल्पर का काम करता था। सिर व शरीर के अन्य हिस्सों में पिटाई के जख्म के निशान मिले। लहूलुहान अवस्था में शव मिलने के इस मामले को प्रथम दृष्टया ही हत्या की घटना मानकर पुलिस जांच पड़ताल कर रही थी। इस बीच जिस टैंकर वह काम करता था उसका चालक कबीर चौक रायगढ़ निवासी जयराम बरेठ ने पुलिस को जानकारी दी कि बलिराम के साथ एक टैंकर के चालक ने रात को मारपीट की थी। उसका कहना था कि काफी दूर से उसने इस घटना को देखा, इसलिए वह उसे नहीं पहचान सका। पुलिस को उसने बताया कि टैंकर क्रमांक सीजी 07 एटी 3004 के चालक का हाथ इस घटना में सकता है। संदेह के आधार पर इस नंबर की तलाश शुरू की गई और चंद्रपुर बालाजी पेट्रोल पंप के पास टैंकर मिला गया और उसके चालक कृष्णपाल राठौर पिता सरजू राठौर (31) को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई। इस दौरान उसने बताया कि उसके टैंकर का मिरर तोड़ देने के कारण गुस्से में आकर उसने गाड़ी में रखे जैक रॉड से उसकी पिटाई कर दी थी। जख्मी अवस्था में वह नजदीक के झाड़ी में जा छिपा था। इस घटना के बाद वह टैंकर हटाकर आइओसीएल के गेट के सामने खड़ा कर सो गया। दूसरे दिन वह गाड़ी लेकर रवाना हो गया, इसके बाद क्या हुआ उसे मालूम नहीं। पुलिस ने हत्या का मामला धारा 302 के तहत दर्ज कर न्यायालय में पेश किया है।
रात को घुस गया था कैबिन में
आरोपित टैंकर चालक कृष्णपाल ने पुलिस को बताया उसके अनुसार 16 अक्टूबर की रात करीब 10 से 11 बजे के बीच अज्ञात व्यक्ति उसके कैबिन में घुस गया था। इस बीच उसकी नींद खुल गई, यह देख वह टैंकर से नीचे हड़बड़ी में कूद गया। इस चक्कर में साइड मिरर टूट गया। इस कारण उसे गुस्सा आया और रॉड निकालकर पिटाई कर दी। वह बलिराम था या कोई और यह मैं नहीं जानता। पुलिस ने मृतक की तस्वीर दिखाई, जिसे देखने के बाद उसने बलिराम के साथ ही मारपीट करने की पुष्टि की।