बलरामपुर जिले के राजपुर के चांची वन सर्किल में बुधवार की रात एक उत्पाती हाथी की चपेट में आने से डिप्टी रेंजर व वनकर्मियों सहित दस लोग बच गए। हाथी ने उन्हें तीन सौ मीटर तक उस समय दौड़ाया, जब वे उसकी फोटो ले रहे थे। वनकर्मी वे टार्च, जूता चप्पल छोड़कर भाग गए। वहीं हाथी ने पांच गाय व दो बकरियों सहित तीन मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया। यहां की महिलाओं ने भी घर से भागकर किसी तरह जान बचाई।
रात में चांची सर्किल के सुटकोना गांव में प्यारे दल से अलग होकर भटक रहा हाथी पहुंच गया। सूचना पर डिप्टी रेंजर साधु शरण पहुंचे। इस दौरान उनके साथ वनकर्मी और फारेस्ट के चौकीदार थे। हाथी तब वहां एक खाई में था और उसे ऊपर से डिप्टी रेंजर सहित वनकर्मी टार्च से देख रहे थे तो कुछ लोग फोटो ले रहे थे। इसी बीच हाथी आंखों से ओझल हो गया। कुछ ही मिनट में हाथी दूसरे तरफ से वनकर्मियों के पीछे आकर खड़ा हो गया। वह वनकर्मियों की तरफ बढ़ ही रहा था तभी एक चौकीदार पीछे की तरफ मुड़ा और टार्च जलाकर देखा तो हाथी खड़ा था। वे हाथी को आगे बढ़ता देखकर गाड़ी वहीं पर छोड़कर भागने लगे।
हाथी भी तीन सौ मीटर तक उन्हें दौड़ाता रहा। इस बीच मौका पाकर वनकर्मियों की गाड़ी को लेकर किसी तरह उसका चालक वहां से निकला और फिर वनकर्मी और डिप्टी रेंजर वहां से मुश्किल से भागे।