पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (Pakistan International Airlines) ने ऐसा एक-दो नहीं 82 बार किया है. रिपोर्ट (Report) के मुताबिक साल 2016 से 2017 के बीच पीआईए ने ऐसी 46 उड़ानों का संचालन किया, जिसमें एक भी यात्री सवार नहीं थे.
पाकिस्तान (Pakistan) के आर्थिक (Economy) हालात तेजी से खराब हो रहे हैं. पाकिस्तान के खराब होते हालात के बीच अब एक ऐसा खुलासा हुआ है, जिस पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है. एक ऑडिट रिपोर्ट ( Audit Report) में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की सरकारी विमान सेवा (Government Airlines), पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) पिछले कुछ समय से बिना किसी यात्री के उड़ान भर रही थी. खास बात ये है कि पीआईए के विमान एक-दो नहीं पूरे 82 बार बिना किसी यात्री से उड़ान भर चुके हैं. विमान कंपनी की इस हरकत से सरकार को 18 करोड़ रुपये की चपत लगी है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय विमान सेवा ने इस्लामाबाद से उड़ान भरी और हवा में ही अपने विमान उड़ाने के बाद उसे वापस इस्लामाबाद में ही उतार दिया. पीआईए ने ऐसा एक-दो नहीं 82 बार किया है. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 से 2017 के बीच पीआईए ने ऐसी 46 उड़ानों का संचालन किया, जिसमें एक भी यात्री सवार नहीं थे. आश्चर्य की बात ये ही इन उड़ानों के अलावा हज जाने वाली करीब 36 उड़ानें ऐसी थीं, जिसमें एक भी यात्री सवार नहीं था. रिपोर्ट के मुताबिक इसकी वजह से पीआईए को 18 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है. इस मामले में अब प्रशासन को जानकारी देने के बाद जांच तेज कर दी गई है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान का कर्ज 6 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. मूडीज के 39 महीने के करार के अलावा दूसरे देशों से लिए कर्ज और उसके ब्याज के भुगतान की वजह से फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व और चालू खाता घाटे में भी गिरावट आई है. बढ़ते कर्ज के कारण देश की वित्तीय स्थिति और कमजोर होगी. कर्ज वहन करने की उसकी क्षमता पर भी असर पड़ेगा.
पाकिस्तान का मौजूदा वित्तीय संकट भारी राजकोषीय घाटे एवं फॉरेन एक्सचेंज इनफ्लो में कमी के कारण और गंभीर हो जाता है. बाहरी असंतुलन को लेकर पिछले दो साल में पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में 7.50 प्रतिशत की वृद्धि की है. इससे पाकिस्तान की राजकोषीय स्थिति और कमजोर हो गयी है.