बाइक सवार के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य है। ये केंद्र और राज्य दोनों के ही नियम हैं। अब तो केंद्र सरकार ने नियमों में संशोधन करते हुए हेलमेट न पहनने पर 1000 रुपये जुर्माने का प्रावधान कर दिया है, फिलहाल छत्तीसगढ़ में 500 रुपये ही वसूले जा रहे हैं। चालान दोगुना इसलिए किया गया है, ताकि चालक हेलमेट पहनें। सड़क हादसों में बाइक सवार की मौत की वजह हेलमेट न पहनना होता है। यही वजह है कि रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड हेलमेट न पहनने वालों को पकड़ने के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा लेने जा रही है। आप अगर हेलमेट नहीं पहनते हैं, गैर मानक के हेलमेट पहनते हैं तो इस टेक्नोलॉजी के जरिए आपकी तस्वीर गाड़ी की नंबर प्लेट के साथ ऑटोमेटिक खिंच जाएगी। ‘दक्ष’ कंट्रोल रूम से ई-चालान कट जाएगा।
पड़ताल में सामने आया कि यह सॉफ्टवेयर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के मूल सॉफ्टवेयर में इंस्टॉल किया गया है, जो अभी सिर्फ भगत सिंह (एसआरपी) और तेलीबांधा चौक से गुजरने वालों पर नजर रख रहा है। सिर्फ सात दिन में ऐसे 10 हजार लोगों डिटेक्ट हुए हैं जिन्होंने या तो हेलमेट नहीं पहना था या टोपी हेलमेट पहने थे। यह अभी प्रायोगिक दौर पर है। आइटीएमएस में यह सॉफ्टवेयर इंस्टॉल होगा, तो शहर में अब तक लगे 39 चौक-चौराहों से गुजरने वाले हर चालक पर नजर रखेगा। बता दें कुछ दिन पहले गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ‘दक्ष’ कंट्रोल रूम पहुंचे थे, उन्हें इस सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी दी गई थी, तो उन्होंने सिस्टम की तारीफ की थी।
157 करोड़ के प्रोजेक्ट में इतना कुछ-
फेज 1- 157 करोड़, काम जारी।
फेज 2- 27 करोड़, प्रस्तावित है।
– आइटीएमएस प्रोजेक्ट छह मार्च 2019 को लांच हुआ था। महज पांच महीने में यह पुलिस के लिए न सिर्फ मददगार साबित हो रहा है, बल्कि यातायात के नियमों के प्रति वाहन चालकों को जागरूक कर रहा है। नियम तोड़ने वालों का ई-चालान भी कट रहा है। अब तक 39 तिराहों-चौराहों पर खुफिया कैमरे समेत 1105 कैमरे लगे चुके हैं। पुलिस ने 21 और चौराहों, प्रमुख सड़कों, ओवर ब्रिज, अंडर ब्रिज में कैमरे और सिग्नल लगाने की डिमांड स्मार्ट सिटी को भेज दी है। अभी प्रोजेक्ट 157 करोड़ रुपये का है, नई डिमांड को पूरा करने के लिए 27 करोड़ रुपये और चाहिए। छह हजार से अधिक ई-चालान काटे गए। रोजाना 150 से अधिक।
अभी इनके डिटेक्ट कर रहे कैमरे- 1- जेब्रा क्रासिंग। 2- रांग साइड ड्राइविंग। 3- हाई स्पीड ड्राइविंग। 4- रेड सिग्नल जंप।
नए सॉफ्टवेयर से आसान होगी बहुत कुछ-
– नए सॉफ्टवेयर का प्रयोग सफल साबित हुआ है, इसलिए रायपुर स्मार्ट सिटी ने खरीदी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अफसरों का मानना है कि नतीजे बहुत अच्छे हैं। इसके तहत पुलिस बल कम से कम आवश्यकता होगी। इसके पुलिस को ये होंगे फायदे-
इन नियमों का उल्लंघन करने वाले भी धरे जाएंगे- 1- हेलमेट न पहनने वाले। 2- निर्धारित मानक का हेलमेट न पहनने वाले। 3- तीन सवार (ट्रिप्लिंग)
आइटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट सिटी एक नया सॉफ्टवेयर खरीदने जा रही है। इसमें हेलमेट न लगाने वाले, तीन सवारी वाहन चलाने वाले भी डिटेक्ट होंगे। इस सिस्टम के लगने के बाद चौकों पर पुलिस की कम आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
प्रमोद भास्कर, इंचार्ज, आइटीएमएस प्रोजेक्ट, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड