प्रतिबंधित प्लास्टिक के उपयोग को रोकने की जिम्मेदारी जितनी दुकानदारों की है, उतनी ही उपभोक्ताओं की भी। रविवार को निगमायुक्त शिव अनंत तायल ने निगम, स्मार्ट सिटी की पूरी टीम शास्त्री बाजार में अचानक पहुंची। यहां निगम आयुक्त ने सीधे दुकानदारों से बातचीत की। इसके पहले कुछ समय रुककर देखा कि कौन-कौन पॉलीथिन का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ के पास से पॉलीथिन मिली, जब्त की गई और फिर इन्हें समझाइश दी गई। दुकानदारों को कड़े शब्दों में यह कहा गया कि सुधर जाएं, वरना कड़ी कार्रवाई होगी।
इस दौरान स्वयंसेवी संस्थाएं भी साथ थीं। निगमायुक्त ने सभी को कहा कि पहले हम बाजार को पॉलीथिन मुक्त करें, लोगों को समझाइश दें। इन्हें क़पडे से बने थैलों की सुविधा मुहैया करवाएं। इस दौरान थैले भी बांटें गए। अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य, स्मार्ट सिटी के जीएम (तकनीकी) एसके सुंदरानी, जोन स्वास्थ्य अधिकारी और इंजीनियर्स भी साथ थे। कुछ दुकानदारों ने दुकान के लिए निर्धारित जगह के बाहर जाकर सड़क पर कब्जे किए, उन्हें भी हिदायत दी गई। कब्जों की वजह से सड़क सकरी हो गई थी, आवागमन में दिक्कत हो रही थी। खासकर फल दुकानदारों की वजह से।
निगम ने कहा कि अपने पुराने कपड़े हमें दें, थैले बनाएंगे- इस अभियान के तहत थैले बनाने के लिए निगम ने शहरवासियों से अपील की है कि वे अपने पुराने जींस, साड़ी व चादर आदि निगम से जुड़ी संस्थाओं को मुहैया करवाएं, ताकि इनके थैले बनाकर बाजार में उपलब्ध करवाए जा सकें।
ये संस्थाएं दे रही हैं पॉलीथिन मुक्त शहर बनाने में योगदान- राग फाउंडेशन, कुछ फर्ज हमारा भी, जयश्री स्व सहायता समूह जैसी कुछ संस्थाएं नगर निगम के साथ मिलकर पॉलीथिन मुक्त शहर बनाने काम कर रही हैं। इन्हें तेलीबांधा परिसर, शास्त्री बाजार क्षेत्र को नो पॉलीथिन जोन बनाने का जिम्मा दिया गया है। इन्होंने काम शुरू भी कर दिया है। इसलिए इनके अभियान में अपनी भागीदारी अदा करें, पॉलीथिन बैग लेकर ही जाएं। अगर कोई इन बैग में सामान दे तो मना करें।