दुर्ग जिला प्रदेश ही नहीं मध्य भारत में व्यापारिक और औद्योगिक दृष्टिकोण से देश के बड़े जिलों में शुमार है। वहीं यहां प्रदेश का सबसे बड़ा और पुराना सीमेंट कारखाना है तो उसी प्रकार एशिया का सबसे बड़ा और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) को सबसे ज्यादा आय प्रदान करने वाला स्टील प्लांट भी है। तो वहीं अब दुर्ग जिले के पुलगांव में प्रदेश के बड़े थोक कपड़ा मार्केट में एक महालक्ष्मी कपड़ा मार्केट भी बन चुका है। यहां चार ब्लॉक में 50-50 से ज्यादा दुकाने हैं। तो वहीं थोक कपड़ा मार्केट ब्लॉक में भी डेढ सौ से अधिक दुकानें हैं।
इतना ही नहीं महा लक्ष्मी कपड़ा मार्केट और थोक कपड़ा मार्केट में दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, भिलाई-3, चरोदा, कुम्हारी, मोहला, मानपुर, छुईखदान, खैरागढ़, बेमेतरा, बालोद, दल्लीराजहरा, डौंडीलोहारा, डौंडी, डोंगरगढ़, डोंगरगांव आदि स्थानों से खरीददार कपड़े खरीदी करने आते हैं। तो वहीं नारायणपुर, गीदम, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, बीजापुर जैसे दूर-दराज के इलाकों से व्यापारी थोक में कपड़ा खरीदी करने के लिए दुर्ग के पुलगांव कपड़ा मार्केट आते हैं।
वहीं मार्केट के व्यापारी सिंदू जैन बताते है पुलगांव मार्केट खुलने से दुर्ग संभाग के व्यापारियों को कस्टमर्स को पंडरी या अन्य स्थानों पर जाना नहीं पड़ता। जैन ने बताया कि इसे व्यापारियों ने खुद के खर्चे से ही बनाया है। यहां पंडरी या अन्य स्थानों की तरह सरकारी कार्य नहीं हुआ है। सभी व्यापारी भाइयों के सहयोग से ही मूर्त रूप लिया है।
ऐसा मार्केट जहां खुला मल्टीप्लेक्स
पुलगांव कपड़ा मार्केट प्रदेश का एकमात्र ऐसा मार्केट है जिस कॉम्पलेक्स में मल्टीप्लेक्स भी खुल चुका है। क्योंकि पुलगांव के महा लक्ष्मी कपड़ा मार्केट के दूसरे फ्लोर में डबल्स (दो स्क्रीन) स्क्रीन का मल्टीप्लेक्स भी है। यह मार्केट के कद को और ऊंचा कर देते है। क्योंकि अब तक प्रदेश में जहां भी मल्टीप्लेक्स खुदा है व मॉल या पुराने सिनेमाघरों में ही निर्मित हुआ है।