दक्षिणी मुंबई (South Mumbai) का ताड़देव (Tardeo) देश का सबसे महंगा आवासीय इलाका (Costliest Residential Location) है. यहां उपलब्ध घरों की औसत कीमत की दर 56 हजार रुपये प्रति वर्गफुट से अधिक है. संपत्ति संबंधी परामर्श देने वाली कंपनी एनरॉक (ANAROCK) ने यह जानकारी दी है.
एनरॉक के अनुसार, इसके बाद वर्ली (Worli) और महालक्ष्मी (Mahalakshmi) इलाके का स्थान रहा जहां घरों की औसत कीमत की दर क्रमश: 41,500 रुपये और 40 हजार रुपये प्रति वर्गफुट है. एनरॉक ने देश के 10 सबसे महंगे आवासीय इलाकों की सूची तैयार की है.
कंपनी के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि 56,200 रुपये प्रति वर्गफुट की दर से दक्षिणी मुंबई का ताड़देव इलाका पहले स्थान पर रहा है. वहीं चेन्नई का नुंगमबक्कम 18 हजार रुपये प्रति वर्गफुट के साथ चौथे, एगमोर 15,100 रुपये प्रति वर्गफुट के साथ पांचवें तथा अन्ना नगर 13 हजार रुपये प्रति वर्गफुट के साथ सातवें स्थान पर रहा. दिल्ली का करोलबाग (Karol Bagh) 13,500 रुपये प्रति वर्गफुट के साथ छठे स्थान पर रहा. गुरुग्राम का गोल्फ कोर्स रोड 12,500 रुपये प्रति वर्गफुट के साथ नौवें स्थान पर रहा.
पुणे (Pune) का कोरेगांव तथा कोलकाता (Kolkata) का अलीपुर क्रमश: 12,500 रुपये प्रति वर्गफुट और 11,800 रुपये प्रति वर्गफुट के साथ आठवें तथा दसवें स्थान पर रहा. कंपनी ने बताया कि सीमित जमीन और बहुत कम नए निर्माण इन इलाकों में इतनी ज्यादा कीमत होने की मुख्य वजहें हैं. एनरॉक ने कहा है कि बेंगलुरु और हैदराबाद का कोई भी आवासीय इलाका इस टॉप 10 की लिस्ट में जगह नहीं बना सका है.
इतना महंगा क्यों है मुंबई का ताड़देव इलाका?
ताड़देव, जिसे ताड़देव रोड के नाम से भी जाना जाता है, दक्षिणी मुंबई का एक प्रमुख रिहायशी और कॉमर्शियल एरिया है. यह मुंबई (Mumbai) शहर के दूसरे हिस्सों से अच्छे से जुड़ा हुआ है. साथ ही इस इलाके में शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी प्रमुख संस्थाएं यानि अच्छे स्कूल और हॉस्पिटल मौजूद हैं. साथ ही यहां पर होटल और रेस्टोरेंट सेवाओं की उपलब्धता भी अच्छी है. यह यहां की जमीन के इतने महंगे होने के पीछे का मुख्य कारण है.