रॉबर्ट मुगाबे 37 वर्षों तक जिम्बाब्वे के शीर्ष नेता रहे. पहले 1980 से 1987 तक पीएम व बाद में 1987 से 2017 मुगाबे जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति रहे थे. उनके निधन के बारे में जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति एमर्सन मनांगाग्वा ने एक ट्वीट में जानकारी दी. पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘बेहद दुख के साथ मैं ये सूचित कर रहा हूं कि जिम्बाब्वे के जनक व पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे इस संसार में नहीं रहे.’
पोस्ट में उन्होंने लिखा,’मुगाबे स्वतंत्रता के प्रतीक थे. मुगाबे ऐसे अफ्रीकी नेता थे जिन्होंने यहां के लोगों की स्वतंत्रता व सशक्तिकरण में ही अपनी पूरी जिंदगी बीता दी. इतिहास में उनका देश व महाद्वीप के लिए जो सहयोग रहा है उसे हमेशा याद किया जाएगा. उनकी आत्मा को शांति मिले.’
इस कारण हुआ था विद्रोह
गौरतलब है कि मुगाबे ने अपने देश को आजादी दिलाने के लिए हुए प्रयत्न में बढ़-चढ़कर भाग लिया. इसके बाद उन्होंने 37 सालों तक देश में राज भी किया. हालांकि, उनके तानाशाही फैसलों ने देश की अर्थव्यवस्था व सेना को बहुत ज्यादा हद तक हानि भी पहुंचाई थी. जिसके बाद उन्हें शासन से हटाने के लिए देशभर में आंदोलन किए गए.