ज्योतिरादित्य सिंधिया केंप से दिग्विजय सिंह पर हमलों का दौर जारी है। खुद सिंधिया ने भी मोर्चा संभाल रखा है। सुबह सिंधिया ने कहा कि सरकार के काम में किसी को दखल नहीं देना चाहिए। फिर मंत्री गोविंद राजपूत ने कहा कि चुनाव कमलनाथ और सिंधिया के नेतृत्व में लड़ा गया था। फिर मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि दखल का अधिकार केवल ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास आरक्षित है।
वन मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर मंत्रियों के कामकाज में दखल देने का आरोप लगाया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 15 साल बाद कांग्रेस की सरकार बनी है। उसे स्वतंत्र रूप से काम करने देना चाहिए। किसी को दखल नहीं देना चाहिए।
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा का चुनाव कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में लड़ा गया था। अब किसी और को सरकार में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है। इसी बात को आगे बढ़ाते हुए श्रम मंत्री सिसोदिया बोले कि अगर किसी को सरकार में हस्तक्षेप करने का अधिकार है तो वह ज्योतिरादित्य सिंधिया को है।