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इन कारणों से होती है महिलाओं को ज्यादा नींद की जरूरत

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शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए अच्छी नींद जरूरी है। पर क्या आप जानती हैं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा नींद की जरूरत होती है? इस जरूरत के पीछे की क्या है वजह, बता रही हैं रश्मि उपाध्याय

नींद की समस्या आजकल सिर्फ वृद्ध ही नहीं बल्कि सभी आयु वर्ग के लोगों के लिर्ए ंचता का विषय बन गई है। गहरी नींद न केवल हमारी शारीरिक बल्कि मानसिक तंदुरुस्ती के लिए भी आवश्यक होती है। हर दिन कितने घंटे सोना चाहिए, यह आपकी उम्र के साथ ही कई अन्य चीजों पर भी निर्भर करता है। एक व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए हर दिन कम से कम 7 से 8 घंटे तक अपनी आंखों और शरीर को आराम देना चाहिए। हाल ही में हुए एक अध्ययन में कहा गया है कि न सिर्फ आपकी उम्र बल्कि आपके लिंग (जेंडर) भी यह निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि आपके लिए कितनी नींद पर्याप्त है।

नेशनल स्लीप फाउंडेशन के अनुसार, 26 से 64 साल के लोगों को एक दिन में कम से कम 7 से 9 घंटे सोना चाहिए। 64 साल से अधिक उम्र के लोगों को रोजाना लगभग 7 से 8 घंटे सोना चाहिए। जबकि किशोरों और स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए हर दिन लगभग 9 से 10 घंटे की नींद आवश्यक होती है या इससे भी अधिक। पर, अगर महिलाओं की बात करें तो वे चाहे किसी भी उम्र की हो, उन्हें पुरुषों से ज्यादा नींद की आवश्यकता होती है। इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हैं:

क्या कहता है विज्ञान? 
महिलाओं को पुरुषों की तुलना में लगभग 20 मिनट अधिक नींद की आवश्यकता होती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि मेडिकल साइंस के रिकॉर्ड भी बताते हैं कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में खराब नींद के मामले अधिक होते हैं। इसके लिए उनकी मल्टीटास्किंग की आदत सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। दिन भर तरह-तरह के काम करने से उनके मस्तिष्क को रिकवर करने में ज्यादा समय लगता है। यही वजह है कि उन्हें फिट और स्वस्थ रहने के लिए रोजाना पुरुषों से लगभग 20 से 25
मिनट अधिक नींद लेने की जरूरत होती है। इसके अलावा और किन-किन कारणों से महिलाओं को ज्यादा नींद की जरूरत होती है, आइए जानें:

व्यस्त दिनचर्या 
इस बात से तो आप भी सहमत होंगी कि महिलाओं की दिनचर्या पुरुषों की तुलना में काफी व्यस्त होती है। चाहे कोई महिला कामकाजी हो या फिर हाउसवाइफ, वह घर में पहले उठती है, बच्चों की देखभाल करती है, बच्चों के टिफिन और सबके खाने का इंतजाम करती है और अगर घर में कोई मेहमान आया है तो उनके आदर-सत्कार का जिम्मा भी महिलाओं के सिर ही होता है। इन सब कामों के लिए महिलाओं को अधिक शारीरिक और मानसिक ऊर्जा की जरूरत होती है। पर्याप्त नींद की कमी उनके शरीर और दिमाग पर इतना हानिकारक प्रभाव डालती है कि उन्हें सिर दर्द और तनाव होने लगता है। इसलिए यह बिल्कुल आश्चर्य की बात नहीं है कि उन्हें अधिक नींद की आवश्यकता होती है।

शारीरिक परिवर्तन 
जीवन में उतार-चढ़ाव और शारीरिक परिवर्तनों के कारण भी महिलाओं को उचित नींद नहीं मिल पाती है। अकसर किशोरियां और 40 साल से कम उम्र की महिलाएं बेचैनी, तनाव और अनिंद्रा की शिकार जल्दी हो जाती हैं। महिलाओं को इसलिए भी अधिक नींद की आवश्यकता होती है क्योंकि उनकी नींद की गुणवत्ता पुरुषों की तुलना में बहुत खराब होती है यानी महिलाओं की नींद बार-बार टूटती है।

हार्मोन भी डालते हैं असर 
पीरियड्स, गर्भावस्था और मेनोपॉज के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव महिलाओं के शरीर पर गंभीर दुष्प्रभाव डालते हैं। हार्मोनल परिवर्तन के कारण महिलाओं के शरीर में शारीरिक और भावनात्मक दोनों तरह के परिवर्तन आते हैं, जो उनकी नींद की गुणवत्ता को खराब करते हैं। हार्मोनल परिवर्तन के कारण महिलाएं अधिक थकती तो हैं ही, साथ ही उन्हें शरीर में दर्द भी होता है। इस दौरान उन्हें अधिक आराम और नींद की जरूरत होती है।

बढ़ता हुआ वजन 
नींद की समस्या वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए वजन कम करना भी ज्यादा मुश्किल होता है और ऐसा अकसर नींद पूरी न होने के कारण भी होता है।

नींद की कमी न सिर्फ वजन बढ़ने के लिए जिम्मेदार होती है बल्कि इससे शरीर में तनाव पैदा करने वाले कोर्टिसोल हॉर्मोन्स का भी जन्म होता है। ये हार्मोन भूख बढ़ाते हैं और महिलाओं को मोटापे की ओर ले जाते हैं। यदि महिलाएं पर्याप्त नींद लें तो कोर्टिसोल हॉर्मोन का शरीर में संतुलित स्राव होता है।

यह बीमारी भी है जिम्मेदार

जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि रेस्टलेसइस सिंड्रोंम में लोग बिना बात के अपने पैर हिलाते हैं। इस सिंड्रोंम की शिकार भी पुरुषों से ज्यादा महिलाएं होती हैं। शाम और रात में इस सिंड्रोम के लक्षण अधिक देखने को मिलते हैं। इस समस्या से पीड़ित महिलाओं को अच्छी नींद लेने में परेशानी होती है।

‘ रोजाना एक ही समय पर सोएं और सुबह एक ही समय पर उठें।
‘ सोने से पहले अपने दिमाग को आराम देने की कोशिश करें। कुछ ऐसा सोचें, जिससे आपको खुशी मिलें। इससे आपको अच्छी नींद आएगी।
‘ सोने के करीब एक घंटे पहले अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप और टीवी से दूर हो जाएं। इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से निकलने वाली नीली रोशनी आपकी नींद में बाधा डाल सकती है।
‘ रात में कॉफी, चाय या शराब पीने से बचें। इससे नींद में बाधा आती है।
‘ अगर आपको कोई किताब पढ़ना या संगीत सुनना पसंद है तो
आप सोने से पहले वह कर सकती हैं। इससे भी अच्छी नींद आएगी।
(संजीवनी हॉस्पिटल की महिला रोग विशेषज्ञ
डॉ. नीतू से बातचीत पर आधारित)