मुंगेली जिले के पथरिया नगर पंचायत के सब इंजीनियर को 10 हजार स्र्पये रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया है। वह प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि जारी करने के लिए यह रकम ले रहा था। आरोपित सब इंजीनियर के साथ ही वास्तुविद व वाहन चालक को भी पकड़ा गया है।
पथरिया निवासी जितेंद्र यादव के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राशि स्वीकृत हुई थी। जितेंद्र बुजुर्ग है और बीमार रहता है। इसके चलते उन्होंने अपने बेटे सन्नी यादव को अधिकार पत्र देकर आवास योजना के तहत सभी प्रक्रिया पूरी करने कहा था। सन्नी पिछले सात-आठ माह से नगर पंचायत कार्यालय के चक्कर काट रहा था।
इस बीच यहां पदस्थ सब इंजीनियर सत्यप्रकाश मधुकर उसे लगातार घुमाते रहा। फिर बाद में उसने नक्शा बनाने व वर्क आर्डर देने के लिए 10 हजार स्र्पये की मांग की। लेकिन सन्नी यह रकम देने में असमर्थ था। लिहाजा, उसने सीएमओ समेत अन्य अधिकारियों से मामले की शिकायत की। फिर भी किसी ने ध्यान नहीं दिया।
इससे परेशान होकर उसने इस मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से कर दी। इसे गंभीरता से लेते हुए डीएसपी आदित्य हीराधर ने आरोपित सब इंजीनियर सत्यप्रकाश को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई। इसी के तहत गुस्र्वार को पीड़ित को रकम देने के लिए नगर पंचायत कार्यालय पथरिया भेजा गया।
सब इंजीनियर ने उसे तहसील कार्यालय बुलाया। वहां रकम लेकर पहुंचने पर आरोपित सब इंजीनियर ने अपने ऑफिस के वास्तुविद सुनील रात्रे को रकम देने कहा। सुनील ने रकम लिया और फिर उसे डायरी में दबाकर उनके वाहन चालक अशोक श्यामले को दे दिया।
अशोक श्यामले ने डायरी व रकम को आरोपित सब इंजीनियर को दिया, जिसे उसने अपनी कार के पीछे डिक्की के डायस में रख दिया। इस बीच एसीबी की टीम ने उसे पकड़ लिया। फिर रकम बरामद करने के लिए मशक्कत करते रहे।
तीनों आरोपित से पूछताछ करने के बाद रकम को कार की डिक्की से जब्त किया गया। तीनों आरोपित के खिलाफ एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।