जशपुरनगर के रानी बगीचा में 27 अगस्त को पिता ने बेटे के गले में स्कूल बेल्ट को फंसाकर उसे घसीट-घसीटकर इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। हत्या की इस घटना को आत्महत्या बताने के लिए पिता ने खुद ही थाने पहुंचकर सूचना दी।
घटना के दो दिन बाद नया मोड़ आया, जब वारदात के वक्त मौजूद स्वसहायता समूह की महिलाएं व फाइनेंस कंपनी की मैनेजर ने थाने पहुंचकर पुलिस को जानकारी दी कि छात्र की मौत उसके पिता की पिटाई से हुई है। इसके बाद पुलिस ने डॉक्टरों से शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट मंगाई। इसमें डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की मौत फांसी से नहीं, बल्कि दम घुटने से हुई है। इसके बाद पुलिस ने पिता को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के बाद आरोपी पिता ने जुर्म कबूल कर लिया है।
एसआई सुनील दास ने बताया कि मंगलवार की शाम को रानी बगीचा निवासी अमित राणा ने कोतवाली पहुंचकर सूचना दी कि बेटा अनिल प्रियंक राणा (14) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। अमित ने पुलिस को बताया था कि शाम को जब वह घर गया तो उसका बेटा स्कूल की बेल्ट के सहारे फंदे पर लटका हुआ था। उसके जिंदा होने की उम्मीद पर उसने फंदे से उसे उतारा और जिला अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां उसे मृत घोषित कर दिया है। दरअसल पिता फाइनेंस कंपनी की किस्त से परेशान था।