इसका चूर्ण बनाकर व आठवाँ हिस्सा सेंधा नमक मिलाकर 2 ग्राम की मात्रा में जल के साथ सेवन किया जाये तो पेट में दर्द, मन्दाग्नि, अपच, अफरा, अजीर्ण तथा दस्त में लाभकारी होती है। इसका सेवन दिन में तीन बार करना चाहिए।
आज हम बात करने वाले हैं अजवाइन की, अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण अजवाइन गैस बनने, पेट दर्द, सर्दी जुकाम जैसी तकलीफों के इलाज के लिए हर घर में इस्तेमाल की जाती है, चलिए जान लेते हैं कि अजवाइन को किस तरह उपयोग करके आप स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं।
पहला तरीका
पाचन क्रिया को ठीक रखने के लिए अजवाइन और हरड़ को बराबर मात्रा में लें, इसमें स्वादानुसार हींग और सेंधा नमक मिलाकर चूर्ण बनाकर रख ले, इस चूर्ण की एक चम्मच मात्रा को गर्म पानी के साथ लें, इससे मरोड़, पेट दर्द और जी मिचलाने जैसी समस्या में लाभ होता है।
दूसरा तरीका
दूसरा तरीका ये है कि 10 -10 ग्राम अजवाइन, त्रिफला और सेंधा नमक मिलाकर पीसकर चूर्ण बना लें, रोजाना इससे 2 चुटकी चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेने से कब्ज जैसी समस्या बिलकुल खत्म हो जाती है, साथ पाचन शक्ति इतनी मजबूत हो जाती है कि कुछ भी खाया पिया आसानी से पच जाता है।