जम्मू-कश्मीर पर भारत सरकार के फैसले से न सिर्फ पाकिस्तान बौखला गया है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय जगत में भी उसे मुंह की खानी पड़ रही है। कश्मीर मुद्दे पर पूरी दुनिया का ध्यान खींचने के लिए पाकिस्तान ने एक बार फिर से नया तरीका अपनाया है। कश्मीर मुद्दे पर वैश्विक समर्थन नहीं मिलने के बाद पाकिस्तान मिसाइल परीक्षण की योजना बना रहा है और आज वह मिसाइल टेस्ट कर सकता है। संभावित मिसाइल परीक्षण को लेकर उसने नॉटम जारी किया है। यह मिसाइल परीक्षण कराची के पास सोनमियानी उड़ान परीक्षण रेंज से अंजाम दिया जा सकता है। इसके लिए नौसेना कोचेतावनी भी जारी की गई है। माना जा रहा है कि उसने हवाई क्षेत्र बंद करने का कदम संभावित मिसाल परीक्षण को देखते हुए ही उठाया है। पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच अक्तूबर या नवंबर में भीषण युद्ध छिड़ सकता है।
पाकिस्तान आज यानी गुरुवार को एक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने को पूरी तरह से तैयार दिख रहा है। माना जा रहा है कि तिलमिलाया पाकिस्तानकश्मीर मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के लिए यह तरकीब अपना रहा है। साथ ही पाकिस्तान अपनी इन हरकतों से भारत और पाक के बीच युद्ध का माहौल बनाकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान जम्मू और कश्मीर पर केंद्रित करना चाहता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध की आशंकाओं को बढ़ाने के प्रयासों को जारी रखने के लिए पाकिस्तान ने यह रास्ता अपनाया है। बता दें कि पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में एक हफ्ते पहले दोनों देशों के बीच परमाणु टकराव के संकेत दिया था। पाकिस्तान की यह नापाक कोशिश इसलिए भी भारत के लिहाज से अहम हो जाती है क्योंकि पाकिस्तान के रेल मंत्री ने भी भारत-पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध की तारीख का ऐलान कर दिया है। रेल मंत्री शेख रशीद ने कहा था कि अक्टूबर-नवंबर में भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध हो सकता है।
दरअसल, पाकिस्तान ने कराची विमानन क्षेत्र के तीन मार्गों को 28 अगस्त से 31 अगस्त तक बंद कर दिया है। नागर विमानन प्राधिकरण ने बुधवार को इसकी घोषणा की। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने मंगलवार को ट्वीट किया था कि प्रधानमंत्री इमरान खान भारत के लिए विमानन क्षेत्र पर पूर्ण पाबंदी पर गौर कर रहे हैं। पाबंदी से कराची के ऊपर तीन मार्गों का इस्तेमाल कर रही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर असर पड़ेगा। पायलटों को कराची को पार करने के लिए वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करना होगा। पाकिस्तान के मंत्रिमंडल ने मंगलवार को भारत को उड़ान के लिए देश के विमानन क्षेत्र तथा अफगानिस्तान के साथ व्यापार के लिए भू-मार्ग का इस्तेमाल करने से रोकने के विचार पर चर्चा की थी। पाक ने बालाकोट में भारतीय वायुसेना के हवाई हमले के बाद फरवरी में अपना विमानन क्षेत्र पूरी तरह बंद कर दिया था। उसने नई दिल्ली, बैंकाक और क्वालालंपुर को छोड़कर बाकी उड़ानों के लिए 27 मार्च को विमान क्षेत्र खोला था।