छत्तीसगढ़ के सरकारी दफ्तरों में आने वाले कुछ दिनों में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की तस्वीर नजर आने लगेगी।
राज्य में डेढ़ दशक तक भाजपा की सरकार रही और उसने अनेक स्थानों का नामकरण भाजपा से जुड़े नेताओं के नाम पर कर दिया था। इतना ही नहीं सरकारी दफ्तरों में श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीरों ने स्थान ले लिया था। सत्ता बदलाव के साथ भूपेश बघेल सरकार ने इमारतों और योजनाओं के नामों में बदलाव किया और अब सरकारी दफ्तरों में पूर्व प्रधानमंत्री के रूप में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की तस्वीरें लगाए जाने की तैयारी है।
सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी दफ्तरों को निर्देश जारी कर कहा है कि सरकारी दफ्तरों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल की तस्वीर को अनिवार्य रूप से लगाया जाए। इसके साथ ही सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद और डॉ भीमराव आंबेडकर की तस्वीरें भी लगाई जाएं। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री की तस्वीरों को स्थान दिया जाए। इस तरह अब पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की तस्वीर भी नजर आएगी, ये तस्वीरें बीते डेढ़ दशक बाद सरकारी दफ्तरों में नजर आएंगी।
सूत्रों के अनुसार, भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार ने स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले यह फैसला करके सरकारी दफ्तरों में कांग्रेस से जुड़े महापुरुषों की तस्वीर को जगह देने को कहा है।