पकिस्तान ने भले ही अब भारत से कारोबार बंद करने का एलान किया है मगर भारत ने चार महीने पहले पुलवामा हमले के बाद ही पाकिस्तान से व्यापारिक संबंध तोड़ लिए थे। अब पूर्वांचल के बाजार में उसका असर भी दिखने हैं। चार महीने पहले तक जो छुहारा 120 रुपये किलो के भाव से बिक रहा था, अब वह 250 रुपये किलो तक पहुंच गया है। जबकि चार महीने में पाकिस्तानी मसाले की बिक्री पूरी तरह से बंद हो गई है।
पाकिस्तान से आने वाले सामानों में पूर्वांचल की मंडी में सबसे अधिक खपत छुहारे की होती है। अप्रैल से पहले इसकी कीमत क्वालिटी के हिसाब से 50 से लेकर 120 रुपये प्रति किलो तक थी। अब यह कीमत 180 से लेकर 250 रुपये किलो तक पहुंच गई है। बाजार के सूत्रों का कहना है कि जब अप्रैल में केन्द्र सरकार ने पाकिस्तान से व्यापार बंद कर दिया तब बाजार में करीब छह महीने का स्टॉक था। माना जा रहा था कि यह स्टॉक समाप्त होने के बाद भाव में असर पड़ेगा मगर अगले महीने से ही भाव तेज होने लगे और अब हाल यह है कि कीमत दोगुने से भी अधिक पहुंच गयी है।
साहबगंज मंडी के थोक कारोबारी अनिल जायसवाल और धर्मशाला बाजार के कारोबारी संतोष शेखर बताते हैं कि बाहर से छुहारा महंगा आ रहा है। पाकिस्तान से जब तक छुहारा कश्मीर होकर आता था, रेट स्थिर था। अब अफगानिस्तान व गल्फ कंट्री होकर भारत में आ रहा है। किराया बढ़ने के नाम पर भाव बढ़ा दिया है। हम लोग सोच रहे थे रेट छह महीने बाद बढ़ेंगे मगर ऐसा नहीं हुआ। गोरखपुर की मंडी से छुहारा आजमगढ़, मऊ, नेपाल बॉर्डर व बिहार तक जाता है। प्रति दिन यहां की मंडी में करीब 40 टन छुहारा बाहर से आता है। सीएंडएफ वालों ने शहर के थोक कारोबारियों को बताया है कि पहले एक ही देश का बॉर्डर पार कराने का खर्च देना होता था अब दो-दो देश का बॉर्डर पार कराने का खर्च देना पड़ रहा है। यह पहले की अपेक्षा यह दो से तीन गुना तक पड़ रहा है।
30 रुपये किलो पहुंचा गया सेंधा नमक
अपने यहां सेंधा नमक भी पाकिस्तान से आता है। अप्रैल से पहले इसकी कीमत 10 रुपये प्रति किलो था। इसकी मांग त्योहारी सीजन में बढ़ जाती है। त्योहारी सीजन अक्तूबर में आना है मगर सेंधा नमक का भाव अभी तीस रुपये प्रति किलो पहुंच गया है। मोहद्दीपुर के कारोबारी महेश अग्रवाल बताते हैं कि बड़े स्टॉकिस्टों ने माल रोक लिया है। इसी के चलते यह स्थिति आई है। नया माल आने तक भाव इसी तरह से चढ़ते रहे तो नवरात्र तक प्रति किलो सेंधा नमक का भाव 50 रुपये पार हो सकता है।
खजूर है छुहारे का सस्ता विकल्प
कारोबारियों ने बताया कि छुहारे का सस्ता विकल्प खजूर है। यह ईरान के अलावा अधिकतर खाड़ी देशों से आता है। यह बाजार में 80 से 90 रुपये प्रति किलो के भाव से उपलब्ध है। क्वालिटी भी ठीक है। देहात के कुछ बाजारों में कुछ कारोबारियों ने इसका रेट भी मनमाना वसूलला शुरू कर दिया है। हालांकि मंडी में यह उचित रेट पर उपलब्ध है।