सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती मनाने के लिए 500 भारतीय सिख मंगलवार को पाकिस्तान पहुंचे। हालांकि भारतीय सिखों के आगमन को लेकर किसी को कुछ पता नहीं था। यहां तक कि देश में अल्पसंख्यकों के पवित्र स्थलों की देखभाल करने वाले इवैक्यू ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड और पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को भी इमरान सरकार ने उनके आगमन को लेकर जानकारी नहीं दी थी। इतना ही नहीं सिखों के आगमन को कवर करने के लिए पाकिस्तानी मीडिया को भी आमंत्रित नहीं किया गया था। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बाद में सिखों के आगमन की पुष्टि की लेकिन यह नहीं बताया कि वे निर्माणाधीन करतारपुर गलियारे से आए या वाघा सीमा से होकर। बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि भारतीय सिख वाघा सीमा के जरिए पहुंचे हैं।
सभी सिख श्रद्धालु गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर कार्यक्रम में शरीक होंगे। स्थानीय खबरों के अनुसार, गुरु नानक देव की जयंती पर यहां भी धूमधाम से कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।