कैलिफोर्निया यूनिवर्ससिटी में सैन डिएगो के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे कोनटेक्ट लेंस को विकसित किया है जो आंख द्वारा दो बार झपकी लेने पर ज़ूम इन और जूम आउट करता है। यानि की आप अपनी आंख से इस कॉनटेक्ट लैंस को नियंत्रित कर सकतें हैं।
आपके चारों ओर देखने पर यह बाएँ और दाएँ मुवमेंट कर सकता है। जब आप झपकी लेते हैं तो यह ज़ूम इन और आउट कर सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि मानव की आईबॉॅल इलेक्ट्रिक होती तो जैसे ही पलकें झपकते हैं तो विधुत चार्ज उत्पन्न होता है। संभावित है।
प्रमुख शोधकर्ता शेंगकियांग कै ने इसके बार में विस्तार से बताया और कहा कि जब आप अपनी आँखों को चारों ओर घुमाते हैं या झपकाते हैं। जो इससे उत्पन्न इेलेक्ट्रिक चार्ज की स्पीड़ को मेजर किया जा सकता है।
भले ही आपकी आंख कुछ भी नहीं देख सकती है, कई लोग अभी भी अपनी आईबॉल को स्थानांतरित कर सकते हैं और इससे इलेक्ट्रो-ऑकुलोग्राफिक सिग्नल को उत्पन्न कर सकते हैं, आगे उन्होंने बताया कि उन्होंने इस इलेक्ट्रिक सिग्नल को मापा और इस सिग्नल का उपयोग करके लेंस की फोकल लंबाई को बदलने का एक नया तरीका खोजा।
वैज्ञानिकों ने दावा किय है कि कि फोकल लंबाई में सापेक्ष परिवर्तन 32 प्रतिशत तक हो सकता है। और इसे लेंस को विकृत करके प्राप्त किया जाता है। उन्होंने आवश्यक विरूपण को प्राप्त करने के लिए एक ढांकता हुआ इलास्टोमेर का उपयोग किया। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस लेंस का उपयोग भविष्य में visual prostheses, एडजेस्टेबल चश्मा और दूर से संचालित रोबोटिक्स के लिए किया जा सकता है। जूम सपोर्ट हासिल करने के लिए सॉफ्ट लेंस की यह विकृति आधुनिक कॉन्टैक्ट लेंस सॉल्यूशन बनाने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।