छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के संतोषी नगर में स्कूल के पास संचालित शराब की दुकान को बंद करने का निर्णय शासन ने लिया है. सोमवार को संतोषी नगर के गोकुल नगर की शराब दुकान के संचालन के विरोध में स्कूल छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया था. इसके बाद आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने शराब की उस दुकान को दो दिन के भीतर बंद करने के निर्देश दे दिए हैं. इसके साथ ही राजनांदगांव की भी एक शराब दुकान को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं.
राजधानी रायपुर के संतोषी नगर की शराब दुकान के पास स्कूली छात्राओं के साथ उनके परिजन शराब की दुकान को बंद करने की मांग का लेकर मोर्चा खोल दिया. दुकान बंद करने तक उन्होंने धरना प्रदर्शन और नारेबाजी करने का निर्णय लिया. मीडिया में खबरें आने के बाद आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने इसपर संज्ञान लिया और शराब की इस दुकान दो दिन के भीतर ही बंद करने का निर्णय ले लिया है. इसके साथ ही राजनांदगांव में भी आज एक स्कूल के पास शराब की दुकान संचालित होने का विरोध वहां के स्थानीय लोगों ने किया. इस दुकान को भी बंद करने का निर्णय लिया गया है.
इसलिए खोला मोर्चा
बता दे कि संतोषी नगर स्थित शराब दुकान से महज 15 कदम दूर सरकारी स्कूल है. शराब दुकान सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक खुले रहने का आदेश जब से प्रशासन द्वारा मिला है, तब से माहौल और अधिक ख़राब हो गया है. छात्राओं का आरोप है कि सुबह से लेकर रात तक शराबियों की लाइन दुकान के बाहर लगी रहती है. शिक्षा के नए सत्र के साथ संतोषी नगर स्थित सरकारी स्कूल भी खुल गया है. जहां पर सभी छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने जाती है, लेकिन स्कूल के पास शराब भट्टी होने के कारण छात्राओं को अनेक शराबियों द्वारा छींटाकशी का सामना करना पड़ता है. रास्ते से छात्राओं का आना-जाना दुशवार हो गया है.
मंगाई रिपोर्ट
आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने इन शराब की दुकानों को बंद करने के निर्देश जारी करने के साथ ही एक रिपोर्ट भी विभाग से मंगवाई है. उस रिपोर्ट में प्रदेश में स्कूल और कॉलेजों के पास संचालित शराब की दुकानों का डाटा मंगवाया गया है. मंत्री लखमा ने एक महीने के भीतर ये डाटा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.